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‘अधिकतर मंत्री मांझी के साथ’, पढिए मांझी के विरोधी के बोल

ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्र ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सरकार को लेकर चल रही राजनीतिक गहमागहमी के बीच कहा कि मांझी ही नैया पार लगायेंगे. उन्होंने कहा कि मांझी मंत्रिमंडल में चार-पांच को छोड़ अधिकतर मंत्री मुख्यमंत्री के साथ हैं. सदन की बैठक आहूत कर दी गयी है, तो विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 7, 2015 7:01 AM
ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्र ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सरकार को लेकर चल रही राजनीतिक गहमागहमी के बीच कहा कि मांझी ही नैया पार लगायेंगे. उन्होंने कहा कि मांझी मंत्रिमंडल में चार-पांच को छोड़ अधिकतर मंत्री मुख्यमंत्री के साथ हैं. सदन की बैठक आहूत कर दी गयी है, तो विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री ने 20 फरवरी को आयोजित की है. परिस्थिति के अनुसार धीरे-धीरे स्थिति साफ हो जायेगी. सूचना भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार को लेकर चल रहा पूरा घटनाक्रम दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार अच्छा काम कर रही है.
सरकार को काम करने का मौका देना चाहिए. इस घटना से जदयू कमजोर होगा. वह पूरी तरह से मुख्यमंत्री और उनके निर्णय के साथ हैं. केसी त्यागी का कुछ भी कहना उचित नहीं है. वह बहुत बातें कह रहे हैं, जो तथ्यों से परे हैं. मुख्यमंत्री को हटाने का व्यापक नुकसान होगा. नीतीश कुमार का न्याय के साथ विकास का काम पूरा नहीं होगा. उनको जब सीएम बनाया गया था, तो समय देना चाहिए.
मांझी विरोधी बोले
मांझी को नहीं मानते सीएम : रामधनी
पटना : स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह ने कहा कि वह न तो जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री मानते हैं और न ही उन्हें जानते हैं. उन्हीं को हटाने के लिए और नये नेता के चयन के लिए बैठक बुलायी गयी है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने जो बैठक बुलायी है, वही वैध है. वे विधानसभा में आयोजित विधानमंडल दल की बैठक में जायेंगे. उन्होंने कहा कि हम लोग मुख्यमंत्री को बदलने के पक्ष में हैं. शनिवार की बैठक में तय होगा कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा. हम अकेले तय नहीं कर सकते. सर्वानुमति से फैसला होगा.
कुछ लोग ही कर रहे विरोध :श्रवण
पटना. संसदीय कार्य मंत्री व जदयू के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने कहा कि शनिवार को जदयू विधानमंडल दल की बैठक में शामिल होने के लिए सभी विधायकों व विधान पार्षदों को सूचना दे दी गयी है. इसमें मंत्री, विधायक व विधान पार्षद भाग लेंगे.
जिन्होंने फोन उठाया, उन्हें फोन पर और जिन्होंने नहीं उठाया उनके घर पर मैसेज छोड़ दिया गया है. 111 विधायकों व 41 विधान पार्षदों को बैठक का पत्र भी भेजा जा रहा है. ज्रि यह बैठक बातचीत कर हल निकालने के लिए बुलायी गयी है. कुछ लोग विरोध कर रहे हैं. इनमें वही लोग हैं, जिनकी सदस्यता खत्म कर दी गयी है. वे मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के मुख्य सलाहकार बने हुए हैं. उन्हें तो बुलाया भी नहीं गया है. शनिवार की बैठक में पता चलेगा कि सीएम के साथ कितने मंत्री व विधायक हैं.
भाजपा के बहकावे में मांझी : रमई
मुजफ्फरपुर. परिवहन मंत्री रमई राम ने कहा है कि मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भाजपा के बहकावे में आ गये हैं. उन्हें गलत बयानबाजी करने के बदले अपनी छवि बनानी चाहिए. भाजपा के बहकावे में सीएम जो कर रहे हैं, वह ठीक नहीं है. पार्टी के लोगों से राय लेकर विकास का काम करना चाहिए. खुद के सीएम बनने के बारे में श्री राम ने कहा कि वे जहानाबाद में बोल चुके हैं कि वे 15 के बाद सीएम बनेंगे. वे पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं.
मुख्यमंत्री हमारा क्या करेंगे : शाही
पटना : देर रात तक हुए राजनीतिक घटनाक्रम के बाद वन व पर्यावरण मंत्री पीके शाही ने बताया कि जदयू मंत्रियों की आस्था मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी में नहीं है. अपनी बरखास्तगी से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए पीके शाही ने कहा कि अब मुख्यमंत्री का ही परिवर्तन हो रहा है. अब वह हमारा क्या करेंगे. जीतन राम मांझी को नीतीश कुमार ने मनोनीत किया था. रात 11.30 बजे नीतीश कुमार के सरकारी आवास सात सकरुलर रोड से निकलने के बाद शाही ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि मुख्यमंत्री भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं. भाजपा जैसे तोता का पाठ पढ़ाता है,वैसा ही पाठ पढ़ रहे हैं. इसमें किसी बात की लड़ाई नहीं है.
हालात पर भाजपा की नजर
पटना : बिहार की राजनीतिक स्थिति पर भाजपा लगातार मंथन कर रही है. शुक्रवार को विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव के सरकारी आवास पर पार्टी के कई नेता जुटे और पार्टी की रणनीति पर चर्चा की. पार्टी पदाधिकारियों और विधायकों की बैठक शनिवार को भी होगी. विधायकों व पार्टी पदाधिकारियों को आपस में समन्वय बनाये रखने और राजनीतिक घटनाओं को आपस में शेयर करने को कहा गया है. शनिवार को सुशील मोदी या मंगल पांडेय के सरकारी आवास पर बैठक हो सकती है.
बैठक में विधानसभा उपाध्यक्ष अमरेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व मंत्री चंद्रमोहन राय, मुख्य प्रवक्ता विनोद नारायण झा, विधायक उषा विद्यार्थी, विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक अरुण सिन्हा, बैद्यनाथ प्रसाद आदि शामिल थे.

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