सिर्फ स्पीड ब्रेकर है दिल्ली की हार , बिहार में नहीं होगा असर: नंद किशोर

मंजिल तक पहुंचने का रास्ता नहीं रोक सकते एक-दो स्पीड ब्रेकरदिल्ली चुनाव के नतीजों को देश के लिए संकेत बतानेवाले नीतीश झारखंड का संदेश इतनी जल्दी भूल गयेसंवाददाता, पटना दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार पार्टी के लिए एक सबक है, किंतु सिर्फ एक हार से हताश होने की जरूरत नहीं है. दिल्ली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 10, 2015 10:03 PM

मंजिल तक पहुंचने का रास्ता नहीं रोक सकते एक-दो स्पीड ब्रेकरदिल्ली चुनाव के नतीजों को देश के लिए संकेत बतानेवाले नीतीश झारखंड का संदेश इतनी जल्दी भूल गयेसंवाददाता, पटना दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार पार्टी के लिए एक सबक है, किंतु सिर्फ एक हार से हताश होने की जरूरत नहीं है. दिल्ली की हार सिर्फ एक स्पीड ब्रेकर भर है. भाजपा जनादेश का सिर झुका कर सम्मान करती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले अरविंद केजरीवाल को फोन कर बधाई दी. उक्त बातें मंगलवार को विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कही. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को तो नरेंद्र मोदी से सीख लेनी चाहिए. नीतीश कुमार राजद के खिलाफ भाजपा के साथ सत्ता में आये और अब भाजपा से अलग हो कर राजद के साथ सत्ता चलाना चाहते हैं. राजद-जदयू को ज्यादा खुशफहमी पालने की जरूरत नहीं है. उन्हें याद रखना चाहिए कि अरविंद केजरीवाल के पास 49 दिन के शासन की उपलब्धियां थीं, लेकिन यहां राजद के पास 15 वर्ष और जदयू के पास एक वर्ष के कुशासन का इतिहास है. लोगों को यह भी नहीं भूलना चाहिए कि दिल्ली में सत्ता परिवर्तन कांग्रेस से आप पार्टी को हुआ है. वहां 15 वर्षों से कांग्रेस की सरकार थी. शीला दीक्षित मुख्यमंत्री थी, न कि भाजपा की सरकार थी. जदयू और राजद तो कांग्रेस की करीबी है. नैतिकता का तकाजा है कि राजद-जदयू को कांग्रेस की हार पर अफसोस करना चाहिए, पर द्वेष की राजनीति करनेवाले राजद-जदयू के लोग भाजपा के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं.

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