विधानसभा सचिव के कक्ष में हंगामा,सं
— विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का मामलासंवाददाता,पटना विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के खिलाफ दिये गये अविश्वास प्रस्ताव को विधानसभा के प्रभारी सचिव हरेराम मुखिया द्वारा स्वीकार नहीं किये जाने पर पवन कुमार जायसवाल, सुमित सिंह, नीरज कुमार बबलू व राहुल कुमार सचिव के कक्ष में बैठे रहे. सचिव के चैंबर में विधायकों […]
— विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का मामलासंवाददाता,पटना विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के खिलाफ दिये गये अविश्वास प्रस्ताव को विधानसभा के प्रभारी सचिव हरेराम मुखिया द्वारा स्वीकार नहीं किये जाने पर पवन कुमार जायसवाल, सुमित सिंह, नीरज कुमार बबलू व राहुल कुमार सचिव के कक्ष में बैठे रहे. सचिव के चैंबर में विधायकों ने सचिव को अविश्वास प्रस्ताव लेने का अनुरोध किया जबकि सचिव ने विधायकों को नियमावली व संविधान के माध्यम से समझाने का प्रयास किया. विधायकों द्वारा संकल्प लाने के दबाव के बाद विधानसभा के प्रभारी सचिव ने कहा कि वह पहले विधि परामर्श लेंगे. सूत्र के मुताबिक विधायकों के अविश्वास प्रस्ताव की प्रति को उनके चैंबर में रख दिया गया और बुधवार को धरना देने की बात कही. विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने कहा कि मैं सिर्फ यही कह सकता हूं कि कोढि़या डरावे थूक से. उन्होंने कहा कि जो ऐसा कर रहे हैं . उन्हें धन्यवाद. उन्होंने कहा कि कोई भी प्रस्ताव नियम प्रक्रिया के अनुसार होगी और नियमानुकुल कार्रवाई होगी. क्या है नियम : विधान सभा अध्यक्ष के खिलाफ कोई भी आवेदन या प्रक्रिया चालू सत्र में हो सकती है. कार्य संचालन नियमावली के अध्याय 11 में व्याख्या है कि 14 दिन पहले किसी सदस्य को आवेदन देना होगा. जिस पर विचार करते समय 38 सदस्यों को खड़ा होकर समर्थन करना अनिवार्य होगा. गौरतलब है कि अभी तक की सूचना के मुताबिक 20 फरवरी से विधानसभा का बजट सत्र शुरू होना है.