लॉकडाउन से कृषि कार्य को मुक्त रखने से हुई 3.15 लाख टन धान की खरीद : उपमुख्यमंत्री
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कृषि कार्यों को लॉकडाउन से मुक्त रखने के कारण धान खरीद काफी हुई है. इसके विस्तारित एक महीने की अवधि (01-30 अप्रैल) के दौरान तीन लाख 15 हजार टन से ज्यादा धान की खरीद हुई है. 31 मार्च तक जहां 16 लाख 91 हजार टन धान खरीद हुई थी
पटना : उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कृषि कार्यों को लॉकडाउन से मुक्त रखने के कारण धान खरीद काफी हुई है. इसके विस्तारित एक महीने की अवधि (01-30 अप्रैल) के दौरान तीन लाख 15 हजार टन से ज्यादा धान की खरीद हुई है. 31 मार्च तक जहां 16 लाख 91 हजार टन धान खरीद हुई थी. वहीं, 30 अप्रैल तक 20 लाख छह हजार टन धान की खरीद हुई, जो पिछले साल की 14 लाख 16 हजार टन से पांच लाख 88 हजार टन अधिक है. अब तक तीन हजार 621 चयनित समितियों के माध्यम से एक हजार 400 टन गेहूं की खरीद की गयी है, जो 15 जुलाई 2020 तक जारी रहेगी. :
उन्होंने कहा कि खरीफ मौसम 2019-20 में दो-दो बार बाढ़ आने और कई क्षेत्रों में अल्प और देर से वर्षा होने के बावजूद राज्य में धान की अच्छी पैदावार हुई है. इससे 20 लाख टन से अधिक धान की अधिप्राप्ति संभव हो सकी है. इस वर्ष धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल 1815 रुपये के अतिरिक्त किसानों को गनी बैग मद में भी 25 रुपये दिये जा रहे हैं. अब तक किसानों को तीन हजार 408 करोड़ का भुगतान किया गया है.
धान की सर्वाधिक खरीद कैमूर से दो लाख 18 हजार टन, रोहतास से दो लाख आठ हजार टन और औरंगाबाद में एक लाख 31 हजार टन की गयी है. चयनित साढ़े तीन हजार से अधिक समितियों के माध्यम से 20 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हो गयी है. किसानों से अपील की है कि वे बिचौलियों से बेचने के बजाय अपना गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य 1925 रुपये प्रति क्विंटल की दर से पैक्स को दें.