बिहार का राजनीतिक संकट : स्पीकर ने विश्वास मत के मद्देनजर सोमवार को बुलायी सर्वदलीय बैठक
पटना : बिहार विधानसभा के अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने 20 फरवरी के विश्वास मत परीक्षण के वास्ते इंतजाम पर चर्चा करने के लिए सोमवार को सभी राजनीतिक दलों के नेताओं की एक बैठक बुलायी है. चौधरी ने कहा, ‘‘16 फरवरी को अपराह्न तीन बजे सभी राजनीतिक दलों के नेताओं की एक बैठक होगी.’’ उन्होंने […]
पटना : बिहार विधानसभा के अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने 20 फरवरी के विश्वास मत परीक्षण के वास्ते इंतजाम पर चर्चा करने के लिए सोमवार को सभी राजनीतिक दलों के नेताओं की एक बैठक बुलायी है.
चौधरी ने कहा, ‘‘16 फरवरी को अपराह्न तीन बजे सभी राजनीतिक दलों के नेताओं की एक बैठक होगी.’’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए अलग से पत्र भेजा जाएगा. उन्होंने बताया कि इस बैठक में 20 फरवरी को सदन में इंतजाम पर चर्चा की जाएगी. उस दिन दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी के अभिभाषण के शीघ्र बाद विश्वास मत परीक्षण होगा.
उनसे जब पूछा गया कि क्या जदयू ने उन्हें विश्वास मत परीक्षण के दौरान विपक्षी बेंचों पर बैठने की अनुमति देने और भाजपा की जगह उसके नेता विजय चौधरी को विपक्ष के नेता के रुप में मान्यता देने का अनुरोध किया है तब उन्होंने कहा, ‘‘बैठक में इस विषय पर भी चर्चा होगी.’’ इसी बीच, मांझी समर्थक निर्दलीय विधायक पवन जायसवाल ने विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ नीतीश कुमार गुट के प्रति उनके झुकाव को लेकर अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है.
विधानसभाध्यक्ष ने कहा कि उन्हें अपने खिलाफ नोटिस मिल गया है और उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी. सदन की नियमावली के अनुसार अध्यक्ष के खिलाफ कोई भी अविश्वास प्रस्ताव तब तक मंजूर नहीं किया जा सकता जबतक 38 सदस्य प्रस्ताव का समर्थन न करें. प्रस्ताव स्वीकार किए जाने के 14 दिनों के अंदर उस पर मत विभाजन कराया जाना होता है. इससे स्पष्ट होता कि अध्यक्ष विश्वासमत परीक्षण के दौरान सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता करेंगे.