यह भाजपा को तय करना है समर्थन देगी या नहीं : मांझी
नयी दिल्ली: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोमवार को आरोप लगाया कि नीतीश कुमार का खेमा यह अफवाह फैला कर विधायकों को डराने का प्रयास कर रहा है कि हम बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू कराने के लिए भाजपा के साथ षड़्यंत्र कर रहे हैं. मांझी ने अपने विरोधियों पर ‘फर्जी’ विधायकों की परेड कराने […]
नयी दिल्ली: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोमवार को आरोप लगाया कि नीतीश कुमार का खेमा यह अफवाह फैला कर विधायकों को डराने का प्रयास कर रहा है कि हम बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू कराने के लिए भाजपा के साथ षड़्यंत्र कर रहे हैं. मांझी ने अपने विरोधियों पर ‘फर्जी’ विधायकों की परेड कराने का भी आरोप लगाया. मांझी ने कहा कि यह भाजपा को तय करना है कि क्या वह हमें समर्थन देना चाहती है या नहीं.
उन्होंने यह भी कहा कि यहां राजधानी में उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों और बिहार के राज्यपाल से सरकारी कार्य के लिए मुलाकात की थी. जदयू से निष्कासित हो चुके मांझी ने संवाददाताओं से कहा, जदयू और बिहार में सरकार बनाने का दावा पेश करनेवाले नीतीश कुमार विधायकों को अपने पक्ष में करने के लिए यह अफवाह फैला रहे हैं कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू किया जायेगा. हमारी इस तरह की कोई मंशा नही है. अगर मैं ऐसा करना चाहता, तो काफी पहले इसकी सिफारिश कर देता. मैं 20 फरवरी को विश्वासमत प्राप्त करूंगा. उन्होंने सभी दलों से समर्थन देने की अपील की. नीतीश कुमार के उस दावे के बारे में पूछे जाने पर कि उन्हें 130 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जिन्हें साथ लेकर वह राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलने गये थे, मांझी ने कहा, इन विधायकों में से कई फर्जी हैं.
जदयू मांझी को पार्टी से निष्कासित कर चुका है. जदयू ने रविवार को आरोप लगाया था कि मांझी भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं और राष्ट्रपति शासन लागू कराना चाहते हैं. जदयू और उसके सहयोगी दलों राजद, कांग्रेस और भाकपा ने प्रदेश में राजनीतिक अनिश्चितता के लिए राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी और भाजपा को जिम्मेवार ठहराया है. इधर, कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी ने जदयू सरकार को अस्थिर करने के लिए भाजपा पर षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया. दूसरी ओर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने इन आरोपों को खारिज किया और कहा कि जनता दल (यूनाइटेड), जनता दल ‘डिवाइडेड’ है और पार्टी अपनी भूलों के लिए भाजपा पर दोष मढ़ रही है.