चार व्यंग्य आलेखों से मिलकर बना है हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे

लाइफ रिपोर्टर @ पटना पटना के विभिन्न नाट्य संस्थाओं द्वारा सम्मिलित रूप से करवाये गये रंग महोत्सव ‘रंग-ए-जमात’ के सातवें दिन मंगलवार को प्रेमचंद रंगशाला में एक नुक्कड़ और एक मंचीय नाटक का मंचन किया गया. मंचीय नाटक के रूप में हसन इमाम द्वारा निर्देशित नाटक हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे नाटक का मंचन किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 17, 2015 9:03 PM

लाइफ रिपोर्टर @ पटना पटना के विभिन्न नाट्य संस्थाओं द्वारा सम्मिलित रूप से करवाये गये रंग महोत्सव ‘रंग-ए-जमात’ के सातवें दिन मंगलवार को प्रेमचंद रंगशाला में एक नुक्कड़ और एक मंचीय नाटक का मंचन किया गया. मंचीय नाटक के रूप में हसन इमाम द्वारा निर्देशित नाटक हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे नाटक का मंचन किया गया. इसके अलावा नुक्कड़ नाटक में मन में है विश्वास नाटक की प्रस्तुति हुई. मंगलवार को प्रेमचंद रंगशाला मेंं हुए इस नाटक के निर्देशक थे हसन इमाम और इसे लिखा था शरद जोशी ने. यह प्रस्तुति शरद जोशी के चार व्यंग्य आलेखों को ले कर तैयार की गयी. देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के विभिन्न चरित्रों, आयामों और परतों को इस नाटक में खोला गया. सरकारी दफ्तरों से ले कर विधि व्यवस्था में व्याप्त असंवेदनशीलता, धार्मिक विश्वास की आड़ में भ्रष्टाचार आदि को नाटक में प्रस्तुत किया गया. नाटक के सूत्रधार थे हसन इमाम, अमरेंद्र कुमार व राहुल ओझा. वहीं कलाकार थे रास राज, नीरज कुमार, गुंजन कुमार, राहुल ओझा, अशोक सिंघल और अन्य. प्रकाश संयोजन हीरा लाल राय का था. संगीत विनोद कुमार व भोल प्रसाद ने दिया था. मंंच सज्जा रास राज ने की. नुक्कड़ नाटकों की शृंखला में रंगसृष्टि के सनत कुमार द्वारा निर्देशित नाटक मन में है विश्वास का मंचन किया गया. योगेन्द्र त्रिपाठी द्वारा लिखित इस नाटक में दिवाकर, कुमार ज्योतिन्द्र, मोनी कुमारी, धीरज कुमार, नंदन कुमार, अमित कुमार ने अभिनय किया.

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