मध्याह्न भोजन रसोइया संघ का धरना 25 को
पटना. राज्य मध्याह्न भोजन रसोइया संघ बिहार की ओर से बुधवार को राज्यस्तरीय बैठक बुलायी गयी.इसमें रसोइयों के वेतन संबंधी मांगों को लेकर 25 फरवरी को धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया. संघ के संयोजक विनोद विद्रोही ने बताया कि सरकारी स्कूलों में खाना बनानेवाले रसोइया सरकार की अदूरदर्शी व गरीब विरोधी नीति के शिकार […]
पटना. राज्य मध्याह्न भोजन रसोइया संघ बिहार की ओर से बुधवार को राज्यस्तरीय बैठक बुलायी गयी.इसमें रसोइयों के वेतन संबंधी मांगों को लेकर 25 फरवरी को धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया. संघ के संयोजक विनोद विद्रोही ने बताया कि सरकारी स्कूलों में खाना बनानेवाले रसोइया सरकार की अदूरदर्शी व गरीब विरोधी नीति के शिकार हो रहे हैं. 12 महीने के काम के बावजूद मात्र 10 महीने का पैसा दिया जा रहा है. प्रतिदिन दिन की दैनिक मजदूरी 27.40 पैसा के प्रति दर से दी जा रही है, जबकि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी 168 व 300 रुपये है. साथ ही पंजाब, हरियाणा व दिल्ली आदि राज्यों में तीन से पांच हजार तक वेतन दिया जा रहा है. वहीं बिहार में मात्र एक हजार. इससे बिहार के रसोइयों का शोषण हो रहा है. ऐसे में 25 फरवरी को रसोइयों को प्रतिदिन 300 रुपये की दर से नौ हजार वेतन देने, सेवा स्थायी करने, स्वास्थ्य बीमा व आकस्मिक अवकाश आदि सरकारी लाभ देने संबंधी मांगों को लेकर 25 फरवरी को धरना दिया जायेगा. इसमें पूरे बिहार भर के रसोइया शामिल होंगे.