जीतन राम मांझी के इस्तीफे के बाद विधानसभा का संयुक्त सत्र स्थगित

पटना :बिहार की राजनीति में पिछले 15 दिनों से जारी राजनीतिक ड्रामेबाजी का अंत बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के इस्तीफे से हुआ. मुख्यमंत्री के इस्तीफे की पुष्टिराज्यपाल के प्रधान सचिव ब्रजेश मल्होत्रा ने की.मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद विधानसभा का संयुक्त सत्र स्थगित कर दिया गया है. विधानसभा का सत्र अब नयी तिथियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2015 6:13 AM
पटना :बिहार की राजनीति में पिछले 15 दिनों से जारी राजनीतिक ड्रामेबाजी का अंत बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के इस्तीफे से हुआ. मुख्यमंत्री के इस्तीफे की पुष्टिराज्यपाल के प्रधान सचिव ब्रजेश मल्होत्रा ने की.मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद विधानसभा का संयुक्त सत्र स्थगित कर दिया गया है. विधानसभा का सत्र अब नयी तिथियों के साथ आयोजित होगा. आज विश्वासमत से पहले अचानक मुख्यमंत्री राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी से मिलने पहुंचे और उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा.प्राप्त जानकारी के अनुसार जीतन राम मांझी पूर्वाह्न 11 बज कर 30 मिनट पर अपने आवास पर संवाददाताओं को संबोधित करेंगे.

मुख्यमंत्री के इस्तीफे की पुष्टि सबसे पहले उनके समर्थक विधायक ज्ञानेंद्र ज्ञानु ने किया.ऐसी आशंका जतायी जा रही है कि मांझी को इस बात का यकीन हो गया कि वे विश्वासमत नहीं जीत पायेंगे इसलिए उन्होंने विश्वासमत से पहले अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया.जीतन राम मांझी के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए जदयू नेता नीतीश कुमार ने कहा कि मांझी का इस्तीफा भाजपा के गेम प्लान को उजागर करने वाला है.नीतीश कुमार ने कहा कि मांझी को पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था.

राजद सुप्रीमो लालू यादव ने जीतन राम मांझी के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, मांझी को पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था. भाजपा के चक्कर में पड़कर उन्होंने अपना नुकसान किया. खैर जो भी हुआ स्वागत है. अब भाजपा के खिलाफ मिलजुलकर काम करना है.

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