मुख्यमंत्री के रूप में आखिरी छमाही पारी खेल रहें नीतीश कुमार: नंद किशोर

नीतीश कुमार को समझना चाहिए सत्ता एक जिम्मेवारी है, क्रिकेट का खेल नहींबिहार का सबसे कमजोर तबका आहत है, तो दूसरी ओर जदयू के लोग जश्न मना रहे हैंसंवाददाता, पटना बिहार की जनता जानती है कि नीतीश कुमार चुनाव नहीं चाहते. वे मुख्यमंत्री के रूप में अपनी आखिरी छमाही पारी खेल रहे हैं. उक्त बातें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 22, 2015 11:03 AM

नीतीश कुमार को समझना चाहिए सत्ता एक जिम्मेवारी है, क्रिकेट का खेल नहींबिहार का सबसे कमजोर तबका आहत है, तो दूसरी ओर जदयू के लोग जश्न मना रहे हैंसंवाददाता, पटना बिहार की जनता जानती है कि नीतीश कुमार चुनाव नहीं चाहते. वे मुख्यमंत्री के रूप में अपनी आखिरी छमाही पारी खेल रहे हैं. उक्त बातें शनिवार को विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कही. उन्होंने कहा है कि अपने अहंकार के कारण जदयू नेताओं ने अपनी ही पार्टी की जड़े खोद दी हैं. एक ओर बिहार का सबसे कमजोर तबका आहत है, तो दूसरी ओर जदयू के लोग जश्न मना रहे हैं. जदयू-राजद और कांग्रेस के लोग दावतें उड़ा रहे हैं. जदयू के लोग भले ही आज अपने अहंकार की जीत का दंभ भर लें, किंतु विधानसभा चुनाव में उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. श्री यादव ने कहा कि जदयू-राजद गंठबंधन यह बरदाश्त नहीं कर पा रहा है कि भाजपा दलित-महादलितों के साथ खड़ी है. यही कारण है कि अपने गंठबंधन के साथियों के साथ मिल कर जदयू ने भाजपा पर हमला बोल रखा है. दलित-महादलित समुदाय ने राजद-जदयू का असली चेहरा देख लिया है. भाजपा शोषित-वंचित तबकों को न्याय दिलाने, उनके साथ हो रहे अपमान के खिलाफ आवाज उठाती रही है. जिस दलित-महा दलित तबके को कमजोर समझ कर राजद-जदयू कुचलने में जुटा है, वही समुदाय उन्हें उखाड़ फेंकने को तैयार है.

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