बुधवार को होगी कैबिनेट की बैठक
– नीतीश सरकार के पहले कैबिनेट में मांझी सरकार के फैसलों का क्या होता है हश्रसंवाददाता, पटनानीतीश सरकार के गठन के बाद बुधवार को उनके कैबिनेट की पहली बैठक होने की संभावना है. यह बैठक कई मायने में बेहद अहम होगी. इसमें राज्य के बजट को फिर से पारित कराने और विधान मंडल के बजट […]
– नीतीश सरकार के पहले कैबिनेट में मांझी सरकार के फैसलों का क्या होता है हश्रसंवाददाता, पटनानीतीश सरकार के गठन के बाद बुधवार को उनके कैबिनेट की पहली बैठक होने की संभावना है. यह बैठक कई मायने में बेहद अहम होगी. इसमें राज्य के बजट को फिर से पारित कराने और विधान मंडल के बजट सत्र की तिथि घोषित होने की संभावना है. इसके अलावा मांझी सरकार के लिए गये कई अहम फैसले पर समीक्षा होगी. इस बात पर सब का ध्यान होगा कि इसमें क्या बदलाव किया जाता है. मांझी सरकार की कई अहम घोषणाओं का क्या होता है, इसे कितनी दूरी तक पहुंचाया जाता है. इस पर सभी की नजर होगी. क्या कोई घोषणा रद्द या बदली जा सकती है, यह जानने में काफी लोगों की खासा रुचि होगी. मांझी सरकार के सबसे अंतिम कैबिनेट में लिये गये कई फैसलों का क्या हश्र होता है, यह देखना होगा. क्योंकि पांच घंटे चले इस मैराथन कैबिनेट में 13 एजेंडों को शो-मोटो (अन्यान्य) लेते हुए शामिल किया गया था.मांझी सरकार की इन प्रमुख घोषणाओं का क्या होगा हश्र?- पासवान जाति को महादलित का दर्जा देना- एससी-एसटी वर्ग के लोगों को ठेकेदारी में विशेष लाभ- सरकारी नौकरी में महिलाओं को 35 फीसदी आरक्षण- पुलिस कर्मियों को 13 महीने का वेतन देना- मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के तहत विधायकों की खर्च सीमा 3 करोड़ करना- बिनोद कुमार कंठ को राज्य का नया महाधिवक्ता बनाना- नियोजित शिक्षकों को वेतनमान देने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन- पांच एकड़ तक के किसानों को मुफ्त बिजली और सभी मनरेगा कर्मियों को नियमित वेतनमान देना, ये घोषणाएं कैबिनेट से पास नहीं हुई थी.