स्वाइन फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप, पटना में तीन की रिपोर्ट पॉजिटिव

पांच दिनों का कोर्स, नहीं है दवाओं की कमी पटना : पटना में तीन लोगों में स्वाइन फ्लू पाया गया है. इनमें से एक महिला व एक पुरुष दिल्ली व अलीगढ़ से पटना आये थे, वहीं एक अन्य महिला मरीज पटना के अगमकुआं थाना क्षेत्र में ही रहती है. इनकी जांच रिपोर्ट मंगलवार को राजेंद्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2015 4:53 AM
पांच दिनों का कोर्स, नहीं है दवाओं की कमी
पटना : पटना में तीन लोगों में स्वाइन फ्लू पाया गया है. इनमें से एक महिला व एक पुरुष दिल्ली व अलीगढ़ से पटना आये थे, वहीं एक अन्य महिला मरीज पटना के अगमकुआं थाना क्षेत्र में ही रहती है. इनकी जांच रिपोर्ट मंगलवार को राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आरएमआरआइ) ने स्वास्थ्य विभाग को भेज दी. इसके बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
इसकी जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य सचिव आनंद किशोर आरएमआरआइ पहुंचे और इसकी जानकारी ली. तीनों मरीजों में कोई भी फिलहाल किसी अस्पताल में भरती नहीं है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधानमंत्री ब्रजेश मेहरोत्र ने बताया कि जिन तीन लोगों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है, उनमें एक डॉ नीना वर्मा आरएमआरआइ की महिलाकर्मी हैं.
वह दिल्ली से पटना आयी थीं. वह फिर दिल्ली लौट गयी हैं. एक अन्य परवेज आलम अलीगढ़ से आया था. वह भी वापस अलीगढ़ चला गया है. तीसरी मरीज अंजलि पटना में ही है. एक टीम मंगलवार को अगमकुआं थाना क्षेत्र में उसे ढूंढ़ती रही, लेकिन उसका मोबाइल नंबर उपलब्ध नहीं होने के कारण उसका पता नहीं चल पाया. बुधवार टीम फिर उसे ढूंढ़ने जायेगी.
आरएमआरआइ के निदेशक डॉ प्रदीप दास ने बताया कि लैब में 20 लोगों की जांच की गयी थी, जिनमें से तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. इधर, अगमकुआं स्थित संक्रामक रोग अस्पताल में मंगलवार को स्वाइन फ्लू के बीमारी के लक्षण को देखते हुए एक और मरीज का खून जांच के लिए लिया गया है.
इलाज की व्यवस्था
इन्फेक्शन डिजीज हॉस्पिटल में बनाया 50 बेडों का स्पेशल वार्ड, 10 बेडों का आइसीयू, जांच की विशेष व्यवस्था
पीएमसीएच-एनएमसीएच में बना 30-30 बेडों का वार्ड
स्वास्थ्य विभाग के सचिव आनंद किशोर व आरएमआरआइ के निदेशक डॉ प्रदीप दास का कहना है कि बीमारी की चपेट में आये मरीजों के लिए टैमी फ्लू दवा कारगर है, जिसकी कोई कमी नहीं है. पांच दिनों के कोर्स के बाद इस बीमारी से आसानी से निबटा जा सकता है. सरकार ने अस्पतालों में मुफ्त इलाज की व्यवस्था की है.
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में दिये निर्देश
– रेलवे स्टेशनों पर जागरूकता के लिए पोस्टर लगाया जायेगा
– गंदी बस्ती, जहां सूअर की आबादी अधिक हो, वहां विशेष सफाई कराएं
– अगर किसी मरीज में स्वाइन फ्लू का लक्षण मिले, तो उसके आसपास के लोगों को टीका लगाएं
– हर जिले में दो-दो डॉक्टरों को आरएमआरआइ में ट्रेनिंग दिलाएं और फिर वे बाकी डॉक्टरों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बताएं

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