50 शिक्षकों का हुआ अंतरजिला ट्रांसफर

पटना: जिले के सरकारी स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात को शिक्षा का अधिकार के तहत करने की कवायद की जा रही है. इसके लिए कहीं स्थानांतरण तो कहीं समायोजन प्रक्रिया अपनायी जा रही है. ताकि शिक्षकों की कमी दूर हो सके. इसके लिए शिक्षा विभाग एक ही जगह पर खुले प्राइमरी, मिडिल और सीनियर सेकेंडरी स्कू […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 26, 2015 6:46 AM
पटना: जिले के सरकारी स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात को शिक्षा का अधिकार के तहत करने की कवायद की जा रही है. इसके लिए कहीं स्थानांतरण तो कहीं समायोजन प्रक्रिया अपनायी जा रही है. ताकि शिक्षकों की कमी दूर हो सके. इसके लिए शिक्षा विभाग एक ही जगह पर खुले प्राइमरी, मिडिल और सीनियर सेकेंडरी स्कू लों के समायोजन करने जा रही है. वहीं, जिले के शिक्षकों का स्थानांतरण भी किया जा रहा है. इनमें जिले के 50 ऐसे स्कू लों में शिक्षकों का स्थानांतरण किया गया है. जहां शिक्षकों की कमी थी. इसके साथ ही पटना जिले के स्कूलों में शिक्षकों का समायोजन किया जा रहा है.

इसकी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. जल्द ही जहां शिक्षकों की संख्या कम होगी, वहां सरप्ल्स स्कूल वाले शिक्षकों को लगाया जायेगा. वहीं मध्य विद्यालयों के शिक्षकों को वरीय वेतनमान की व्यवस्था लागू की गयी है. इसके तहत पटना जिला के 470 शिक्षकों को वरीय वेतनमान दिया जायेगा.

124 में चल रहे हैं 275 विद्यालय : पूरे जिले में कुल 124 विद्यालय ऐसे हैं, जहां 275 विद्यालय संचालित है. एक कैंपस में चार से छह विद्यालय चलाये जा रहे हैं. इनमें 113 स्कूल प्राइमरी व मध्य हैं. इनमें अतिरिक्त संचालित होनेवाले स्कूलों की संख्या 151 है. वहीं उच्च सीनियर सेकेंडरी स्कूलों की संख्या 11 है. इनमें 12 अतिरिक्त स्कूल हैं. अलग -अलग इलाकों के कई स्कूल एक ही कैंपस में चल रहे हैं. इन स्कूलों में कहीं शिक्षक ज्यादा हैं, तो कही छात्र अधिक.
एक साथ चल रहे चार से पांच स्कूलों को एक किया जायेगा. मूल स्कूल के नाम पर एक कर दिये जायेंगे. साथ ही इन स्कूलों में छात्र अनुपात को ठीक करने के लिए उन्हें अन्य स्कू लों में शिफ्ट किया जायेगा.वेतनमान शिक्षकों का स्थानांतरण किया गया है. इससे शिक्षकों की समस्या कम हो सकेगी.
चंद्रशेखर कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी

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