Rail Budget : मोकामा राजेंद्र पुल के समानांतर बनेगा पुल
पटना: रेल बजट में पूर्व मध्य रेल से जुड़ी बिहार-झारखंड की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को चालू रखने के लिए राशि का आवंटन हुआ है. इसके साथ ही दोहरीकरण की 11 नयी रेल परियोजनाओं को भी स्वीकृति मिली है. पूर्व मध्य रेल के जीएम एके मित्तल ने बताया कि रेल बजट में सबसे महत्वपूर्ण मोकामा राजेंद्र […]
पटना: रेल बजट में पूर्व मध्य रेल से जुड़ी बिहार-झारखंड की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को चालू रखने के लिए राशि का आवंटन हुआ है. इसके साथ ही दोहरीकरण की 11 नयी रेल परियोजनाओं को भी स्वीकृति मिली है. पूर्व मध्य रेल के जीएम एके मित्तल ने बताया कि रेल बजट में सबसे महत्वपूर्ण मोकामा राजेंद्र पुल के दोहरीकरण की स्वीकृति है. इसके लिए 20 करोड़ रुपये का आवंटन हुआ है, जिससे वर्तमान पुल के सामानांतर नया पुल बनाया जा सकेगा.
दीघा रेल पुल को 300 करोड़
पुल के क्षेत्र में गंगा नदी पर मुंगेर एवं पटना पुल के लिए पर्याप्त धन का आवंटन हुआ है. दीघा रेल पुल को 300 करोड़ रुपये, जबकि मुंगेर गंगा रेल पुल को 180 करोड़ मिले हैं. हाजीपुर-सुगौली वाया वैशाली रेल लाइन के लिए 80 करोड़ दिया गया है. इस पैसे से अब वैशाली तक का काम आसानी से किया जा सकेगा. साथ ही रेल लाइनों में कोसी पुल के लिए 30 करोड़, गिरीडीह-कोडरमा के लिए 80 करोड़, खगड़िया-कुशेश्वरस्थान के लिए 15 करोड़, कोडरमा-रांची के लिए 350 करोड़ और कोडरमा-तिलैया के लिए 80 करोड़ रुपये मिले. नयी लाइन के क्षेत्र में कोई भी नयी परियोजना स्वीकृत नहीं की गयी है.
किऊल-गया को 36 करोड़ रुपये
दोहरीकरण के क्षेत्र में हाजीपुर-रामदयालु नगर को 40 करोड़, महेशखूंट-थाना बिहपुर को 25 करोड़, गढ़वा रोड़-रमना को 30 करोड़, दानिया-रांची को 40 करोड़, जरंडीह-दानिया को 40 करोड़ की राशि आवंटित की गयी है. किऊल-गया 23 किलोमीटर, समस्तीपुर-दरभंगा 38 किलोमीटर एवं हाजीपुर-बछवारा 72 किलोमीटर परियोजनाओं को पर्याप्त आवंटन से कार्य पूरा करने में काफी आसानी होगी. दोहरीकरण में कुल 11 नयी परियोजनाएं स्वीकृत की गयी है, जिसमें मुख्यत: किउल-गया को 36 करोड़, हाजीपुर-बछवारा को 16 करोड़, समस्तीपुर-दरभंगा को 09 करोड़, धनबाद-सोन नगर तीसरी लाइन के लिए 102 करोड़, रमना-सिंगरौली को 36 करोड़, रांची रोड़-पतरातु को 07 करोड़, करेला रोड-शक्तिनगर को 06 करोड़, रेणकुट-चौपन को 05 करोड़, रमना रोड़-विहमगंज को 04 करोड़ और करेला रोड़-महदिया को 04 करोड़ की राशि आवंटित की गयी है.
आमान परिवर्तन के लिए भी राशि
इसी तरह से आमान परिवर्तन के क्षेत्र में मानसी-सहरसा, सहरसा-दौरम मधेपुरा, मधेपुरा-पूर्णिया को 75 करोड़, जयनगर-दरभंगा-नरकटियागंज के लिए 50 करोड़, सकरी-लौकहा बाजार-निर्मली एवं सहरसा-फारबिसगंज को 42 करोड़, जयनगर-विजलपुरा- वाडीदास को 44 करोड़ की राशि मिली है. जीएम ने कहा कि आवंटन की यह राशि इन परियोजनाओं के लिए पर्याप्त है. उन्होंने आशा जतायी कि इस वर्ष आमान परिवर्तन पूर्णिया जंकशन तक पूरा हो जायेगा, जिससे सहरसा-मधेपुरा का पुरा क्षेत्र ब्रॉड गेज सिस्टम से जुड़ जायेगा.
गोरखपुर से दिल्ली के लिए नया मार्ग
उन्होंने बताया कि रक्सौल और नरकटियागंज के बीच आमान परिवर्तन पूरा होने पर जयनगर-दरभंगा-रक्सौल-नरकटियागंज होते हुए गोरखपुर से जुड़ते हुए नयी दिल्ली जाने के लिए एक नया मार्ग मिलेगा. इससे दिल्ली पहुंचने की दूरी कम हो जायेगी और इस वैकल्पिक रास्ते से अतिरिक्त सेवाएं भी शुरू की जा सकेगी.
प्रोजेक्ट के लिए 76 फीसदी अधिक राशि
पूर्व मध्य रेल के जीएम एके मित्तल ने बताया कि बिहार के स्वीकृत रेल प्रोजेक्ट के लिए पिछले साल के मुकाबले लगभग 75 फीसदी अधिक राशि विमुक्त की गयी है. वर्ष 2014-15 में इसके लिए परियोजनाओं को कुल 255.93 करोड़ की राशि दी गयी थी, जबकि इस वित्तीय वर्ष 2015-16 में 446.6 करोड़ स्वीकृत हुए हैं.साथ ही इस साल चार नये नयी रेल लाइन, डबलिंग व गेज कंवर्सन की परियोजनाओं को स्वीकृति मिली है, जो कि पिछले साल के मुकाबले तीन अधिक है.
दिल्ली-हावड़ा भी बनेगा हाइ स्पीड कॉरिडोर
जीएम ने बताया कि देशभर में नयी दिल्ली-हावड़ा समेत नौ रेल खंड को हाई स्पीड कॉरिडोर में शामिल किया गया है, जिस पर ट्रेनों की गति बढ़ा कर 160 से 200 किमी प्रति घंटा तक की जायेगी. यह कॉरिडोर पूर्व मध्य रेल में गया के रास्ते होकर गुजरेगा. इसी तरह, बजट में 200 नये आदर्श स्टेशन भी शामिल हुए हैं, जिसमें जोन को भी कुछ स्टेशन मिलेगा.