* जदयू सांसद कैप्टन निषाद ने फिर अपनाया बगावती तेवर
पटना : जदयू सांसद कैप्टन जयनारायण निषाद ने एक बार फिर बगावती तेवर अपना लिया है. सांसद ने पूंछ में बिहार के चार जवानों के शहीद होने पर किसी मंत्री के एयरपोर्ट नहीं जाने पर नाराजगी जाहिर की है. साथ ही शहीदों के खिलाफ बयान देनेवाले दो मंत्रियों को सरकार से अविलंब बरखास्त करने की मांग की है. सांसद ने कहा है कि पूंछ में शहीद हुए पांच में से चार बिहार के हैं.
यह खेद का विषय है कि सरकार का कोई मंत्री इन शहीदों के परिवारों के पास नहीं गया. उलटे बिहार सरकार के दो मंत्री गलतबयानी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री अविलंब इन दोनों मंत्रियों को बरखास्त कर दें. शहीदों के परिजनों को दिये गये 10 लाख की राशि अपर्याप्त है. इन परिवारों को पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जानी चाहिए. इन वीरों के नाम पर जिले के किसी एक सड़क का नाम रखा जाये.
* पाक के प्रवक्ता बन गये बिहार के मंत्री
पटना : ग्रामीण कार्य मंत्री भीम सिंह व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह के बयान से भाजपा नाराज है. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश रूंगटा ने कहा कि नीतीश सरकार के मंत्री पाकिस्तान के प्रवक्ता बन गये हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री से बेतुके बयान देनेवाले मंत्रियों को तत्काल मंत्रिमंडल से बरखास्त करने की मांग की. कहा कि सीमा पर पाक सैनिकों द्वारा किये गये हमले में शहीद हुए पांच भारतीय सैनिकों के संबंध में कभी भीम सिंह का गैर जिम्मेवाराना बयान आता है, तो कभी कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह पाकिस्तान का बचाव करते हैं.
* भाजपा ने श्याम रजक को दी चुनौती
पटना : शहीदों के अंतिम संस्कार में बिहार सरकार के मंत्रियों के शामिल न होने के मुद्दे पर भाजपा–जदयू नेताओं के बीच आरोप–प्रत्यारोप का सिलसिला थम नहीं रहा है. भाजपा विधायक विनोद नारायण झा ने खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक को यह साबित करने के लिए कहा कि अंतिम संस्कार के वक्त वे श्मशान घाट पर मौजूद थे.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह व अवधेश कुशवाहा को यह बताना चाहिए कि अंतिम संस्कार के समय वे कहां थे? जदयू द्वारा दो मंत्रियों को ‘शोकॉज’ नोटिस देना महज ‘आइ वाश’ है. सिर्फ कारण बताओ नोटिस देने से काम नहीं चलेगा. भीम सिंह व नरेंद्र सिंह के बयानों से पूरा देश शर्मसार हुआ है.