ट्रेन में फोन पर ऑर्डर करें पसंदीदा खाना
पटना: ट्रेन में सफर के दौरान अब आप गरमा-गरम मन पसंद खाने का मजा ले सकते हैं. रेल बजट के इ-कैटरिंग सुविधा के बाद पूर्व मध्य रेल की ओर से इसकी तैयारी शुरू हो गयी है. पटना जंकशन सहित देश के कुल 108 ट्रेनों और 12 बड़े स्टेशनों पर सफर के दौरान यात्रियों को ऑनलाइन […]
पटना: ट्रेन में सफर के दौरान अब आप गरमा-गरम मन पसंद खाने का मजा ले सकते हैं. रेल बजट के इ-कैटरिंग सुविधा के बाद पूर्व मध्य रेल की ओर से इसकी तैयारी शुरू हो गयी है. पटना जंकशन सहित देश के कुल 108 ट्रेनों और 12 बड़े स्टेशनों पर सफर के दौरान यात्रियों को ऑनलाइन या फोन पर खाना बुक कराने के बाद सीट पर ही खाने की डिलिवरी की जायेगी. दानापुर मंडल से गुजरने वाली कुल सात ट्रेन में यह सुविधा देने की बात चल रही है. रेलवे बोर्ड की ओर से इंडियन रेलवे कैटरिंग टूरिज्म कॉरपोरेशन (आइआरसीटीसी) को यह जिम्मा दिया जायेगा.
केएफसी, यो चाइना, डोमिनोज से करार
खाने के मेनू में विकल्प के तौर पर पिज्ज, बिरयानी, बर्गर आदि उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है. तीन निजी क्षेत्र की कंपनी डोमिनोज पिज्ज, केएफसी व यो चाइना से ट्रायल बेस पर करार किया गया है. कंपनियों के आइटम को पटना जंकशन के बुद्धा प्लाजा में रखा जायेगा. ऑर्डर के बाद यहां से ट्रेन के बर्थ पर डिलिवरी दिया जायेगा.
इन ट्रेनों में मिलेगी ई-कैटरिंग सुविधा
दानापुर साउथ बिहार एक्सप्रेस
जयनगर-आनंद बिहार गरीब रथ
पटना-रांची जन शताब्दी एक्सप्रेस
दानापुर कैपिटल एक्सप्रेस
पटना-वास्कोडिगामा एक्सप्रेस
अमृतसर गरीब रथ एक्सप्रेस
पटना-नयी दिल्ली संपूर्णक्रांति
क्या कहते हैं अधिकारी
इ-कैटरिंग सेवा के तहत चलती ट्रेन में यात्रियों को मन पसंद खाना मिलेगा. आइआरसीटीसी की ओर से गरीब रथ के अलावा जिन ट्रेनों में पेंट्रीकार नहीं है, उन ट्रेनों को प्राथमिकता दी जायेगी. यात्री हमारी वेबसाइट पर मेल कर ऑन लाइन मन पसंद खाना मगा सकता है.
अनवर करीम, क्षेत्रीय प्रबंधक, आइआरसीटीसी
क्या है इ-कैटरिंग सेवा
26 फरवरी को संसद में पेश हुए रेल बजट के दौरान रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने इ-कैटरिंग सेवा शुरू की है. इसके अंतर्गत कोई भी कर्मचारी इ-मेल या फिर फोन कर चलती ट्रेन में खाना ऑर्डर कर सकता है. वहीं पटना आइआरसीटीसी की ओर से इस सेवा को शुरू करने की कवायद शुरू कर दी गयी है. आइआरसीटीसी के अधिकारियों ने बताया कि पटना जंकशन से गुजरने वाली कुल सात ट्रेनों में यह सुविधा देने की योजना है. जिन ट्रेनों में पेंट्रीकार नहीं है, उस ट्रेन में पहले प्राथमिकता दिया जायेगा.