पटरी पर बिहार, अब बढ़ेगी विलय की बात

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार एक बार फिर पटरी पर आ रहा है. अब वह बेपटरी की बात नहीं करेंगे. करीब 13 महीने बाद एक अणो मार्ग में जनता के दरबार में हाजिर होने के बाद पत्रकारों से उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 3, 2015 7:02 AM
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार एक बार फिर पटरी पर आ रहा है. अब वह बेपटरी की बात नहीं करेंगे. करीब 13 महीने बाद एक अणो मार्ग में जनता के दरबार में हाजिर होने के बाद पत्रकारों से उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि अब जब बिहार पटरी पर आ रहा है, तो बेपटरी की बात हम नहीं करना चाहते. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद शादी-विवाह से फ्री हो गये हैं, अब विलय की बात आगे बढ़ेगी.
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर एक बार फिर हमला किया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने देश की जनता के साथ विश्वासघात किया है. उनकी कथनी और करनी में बड़ा फर्क है, जो उजागर हो गया है. काला धन लाने का मामला हो, किसानों के हित में काम हो या फिर भूमि अधिग्रहण अधिनियम सभी में जनता के साथ धोखा हुआ है.

जनता दरबार के बाद 1, अणो मार्ग में प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री ही कह रहे थे कि बाप-बेटे और बाप-बेटी की सरकार को उखाड़ फेंको और दूसरे बेटे-बेटियों को भी आगे बढ़ने दो. लेकिन कुछ दिन बाद ही उन्होंने बाप-बेटी वाली सरकार के साथ गंठबंधन कर किया. यही हाल भाजपा ने महाराष्ट्र में किया था. अल्पमतवाली सरकार को एनसीपी के समर्थन से बनाया था. चुनाव प्रचार के समय कहते थे कि एनसीपी ‘नेचुरल करप्ट पार्टी’ है, लेकिन उन्हीं के समर्थन से सरकार बनायी और शिवसेना को भी घेरा. भाजपा को किसी से गुरेज नहीं और न ही किसी से परहेज है. उन्होंने जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आत्मा से खिलवाड़ किया है और इस पूरे घटनाक्रम से मुखर्जी की दोबारा मृत्यु हुई है. भाजपा को इन पर अपना स्टैंड साफ करना चाहिए. यह लोगों के साथ विश्वासघात है. मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने बिहार में क्या किया? जब सरकार (जीतन राम मांझी) से बयान आ रहे थे, तो उस बयान से हम पर हमला कर रहे थे. भाजपा जब जैसा तब तैसा के साथ रहनेवाली है. भाजपा व उसके नेता अब क्या बोलेंगे. उन्हें बोलने का नैतिक बल और नैतिक अधिकार नहीं है. मौके पर भूराजस्व मंत्री नरेंद्र नारायण यादव, उत्पाद व मद्य निषेद मंत्री अवधेश प्रसाद कुशवाहा भी थे.

पासवान को देंगे समय पर जवाब
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के आरोप कि कार्यकर्ता सम्मेलन से जदयू को लाभ नहीं मिलेगा पर मुख्यमंत्री ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि जब कोई खुशफहमी में जीना चाहता है, तो इसमें क्या हर्ज है. कोई दिक्कत नहीं है वो खुशफहमी में जीएं. अपना तेवर बनाये रखें. वे प्रेस कॉन्फ्रेंस में कब क्या-क्या कहते हैं, तो उसका भी ऑडियो टेप सुनायेंगे. समय आने पर उचित जवाब देंगे.
मांझी व उनके मोरचे पर बोलने से बचे
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और उनके मोरचे (हिंदुस्तानी आवामी मोरचा) पर पूछे गये सवालों से बचे. उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं कि सभी सवालों का जवाब दिया जाये. जदयू के राज्यस्तरीय राजनीतिक सम्मेलन में उन्हें जो कुछ कहना था उन्होंने कह दिया है. सीएम ने कहा कि अब कुछ दिन तो उन बातों को छोड़िए. बिहार फिर से पटरी पर आ रहा है. पटरी से उतरने वाली बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं दें.

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