पोल लेस राजधानी का काम सुस्त
पटना: पोल लेस पटना का सपना अधूरा है. बिजली कंपनी ने जिन एजेंसियों को शहरी बिजली करण का काम सौंपा है उसकी रफ्तार सुस्त है. जानकारी के मुताबिक अब तक महज 38 प्रतिशत काम पूरे हो पाये हैं. बाकी के काम के लिए एजेंसियों को फटकार लग रही है. पेसू के आठ प्रमंडलों का ठेका […]
एजेंेसियों को शहर को पोल लेस करने, कवर्ड बिजली के तार लगाने आदि की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. कंपनी के खराब परफार्मेस के बावजूद उत्कृष्ट कार्य के लिए उसे पुरस्कृत भी किया गया खुद पोली कैब वायर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट अनिल कुमार ने स्वीकार किया कि उनकी कंपनी की बैंक गारंटी की राशि जब्त कर ली गयी है. हालांकि उन्होंने कहा कि जिन कंपनियों को कार्य आवंटित हुए हैं उनमें सबसे बेहतर परफार्मेंस पोली कैब वायर लिमिटेड का ही है.
कंपनी अपनी जिम्म्ेावारी पूरी तरह निभा रही है. राज्य बिजली कपंनी ने अक्तूबर, 2013 में ट्रांसमिशन और इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए टेंडर जारी किया था. 437 करोड़ रुपये के इस टेंडर को हासिल करने वाली कंपनियों को अंडरग्राउंड केबलिंग बिछाना अनिवार्य था. अंडरग्राउंड केबल बिछाने में समस्या आने के कारण वह व्यवस्था सफल नहीं दिख रही है. कार्य आवंटित एजेंसियों का तर्क है कि अंडरग्राउंड केबल बिछाने पानी का पाइप व सीवरेज का नाला परेशानी का कारण है. व्यवस्थित ढंग से मुहल्लों के नहीं बसने से अंडरग्राउंड केबल बिछाने में समस्या हो रही है.