बिहार के पूर्व CM राम सुन्दर दास का निधन, आज बांसघाट में होगा अंतिम संस्कार
पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राम सुन्दर दास का शुक्रवार प्रात: चार बजे पटना मेडिकल कालेज अस्पताल परिसर स्थित इंदिरा गांधी हृदयरोग संस्थान में निधन हो गया. वह 94 साल के थे. आज उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा.राम सुन्दर के परिवार में दो पुत्र और एक पुत्री हैं. उनकी […]
पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राम सुन्दर दास का शुक्रवार प्रात: चार बजे पटना मेडिकल कालेज अस्पताल परिसर स्थित इंदिरा गांधी हृदयरोग संस्थान में निधन हो गया. वह 94 साल के थे. आज उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा.राम सुन्दर के परिवार में दो पुत्र और एक पुत्री हैं. उनकी पत्नी का निधन पहले ही हो चुका था. उनके एक बेटे संजय कुमार राजापाकड से विधायक हैं जबकि दूसरे बेटे मृत्यंजय कुमार बिहार सरकार में संयुक्त सचिव के पद तैनात हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दास के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनके पटना के लोहिया नगर मुहल्ला स्थित आवास जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की तथा शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी. नीतीश ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री दास के निधन से वे अत्यन्त दुखी हैं तथा उनका निधन उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है.
नीतीश ने दास को अपने अभिभावक के समान बताते हुए कहा कि उनका स्नेह और आर्शीवाद एवं मार्ग दर्शन उन्हें हमेशा मिलता रहा है. मुख्यमंत्री ने घोषणा किया कि दिवंगत दास के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा. उनके निधन पर राज्य में दो दिनों का राजकीय शोक रहेगा. वहीं नीतीश ने मुख्यमंत्री आवास पर शुक्रवार को आयोजित होने वाले होली मिलन समारोह को रद्द कर दिया.
बिहार विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, बिहार के मंत्री श्रवण कुमार और श्याम रजक ने दिवंगत दास के आवास जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी दास के निधन पर शोक व्यक्त किया है. दास का अंतिम संस्कार आज पटना में गंगा नदी के किनारे स्थित बांसघाट पर किया जाएगा. दिवंगत राम सुन्दर दास 21 अप्रैल 1979 से 17 फरवरी 1981 तक बिहार के मुख्यमंत्री के पद पर आसीन रहे थे.
रामसुंदर 1991 और 2009 में बिहार के हाजीपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद निर्वाचित किए थे. हाजीपुर संसदीय क्षेत्र से जदयू के टिकट पर वर्ष 2014 का लोकसभा चुनाव लडे रामसुंदर लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान के हाथों पराजित हो गए थे.