शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारियों ने रखा उपवास

संवाददाता, पटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा मंत्री परिषद के फैसले को रद्द किये जाने से शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारियों में काफी रोष व्याप्त है. यही वजह है कि बिहार प्रदेश माध्यमिक शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ के बैनर तले राज्य के वित्तरहित माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारियों ने होली नहीं मनाया और एक दिन का उपवास रखा. राज्य के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2015 10:03 PM

संवाददाता, पटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा मंत्री परिषद के फैसले को रद्द किये जाने से शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारियों में काफी रोष व्याप्त है. यही वजह है कि बिहार प्रदेश माध्यमिक शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ के बैनर तले राज्य के वित्तरहित माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारियों ने होली नहीं मनाया और एक दिन का उपवास रखा. राज्य के प्रांतीय संयोजक राज किशोर प्रसाद साधु ने कहा कि वित्तरहित शिक्षकों के सामने इसी सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री के द्वारा लिये गये निर्णय को रद्द शिक्षकों के पेट पर लात मारने जैसा है. वह भी तब जब उनके द्वारा बनाये गये सरकार का ही यह निर्णय था. उन्होंने घोषणा कि इसके विरोध राज्य के सभी जिला मुख्यालय पर 13 मार्च को मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री का अरथी जुलूस निकाल कर दाह संस्कार किया जायेगा. इसके बाद भी अगर राज्य सरकार अपनी हठधर्मिता जारी रखती है तो 19 मार्च को राज्य के तमाम शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारी द्वारा नीतीश कुमार एवं उनके दल चुनाव में वोट नहीं देने का निर्णय लिया है. इसके लिए शिक्षक सड़क पर उतरेंगे.

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