इस मर्ज की दवा क्या: पीएमसीएच का इलाज से इनकार आरएमआरआइ ने दवा ही नहीं दी
पटना: टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान, मुंबई में पढ़ाने वाले प्रो पुष्पेंद्र कुमार सिंह होली में गुरुवार को पटना स्थित अपने घर आये थे. शुक्रवार की सुबह उनको सांस लेने में तकलीफ हुई, तो घरवाले उन्हें पारस हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. वहां चिकित्सकों को स्वाइन फ्लू की आशंका हुई तो मरीज को पीएमसीएच भेज दिया. इसके बाद […]
पटना: टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान, मुंबई में पढ़ाने वाले प्रो पुष्पेंद्र कुमार सिंह होली में गुरुवार को पटना स्थित अपने घर आये थे. शुक्रवार की सुबह उनको सांस लेने में तकलीफ हुई, तो घरवाले उन्हें पारस हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. वहां चिकित्सकों को स्वाइन फ्लू की आशंका हुई तो मरीज को पीएमसीएच भेज दिया. इसके बाद वह पीएमसीएच इमरजेंसी में गये, जहां मेडिसिन विभाग में बैठे चिकित्सकों ने जाना कि मरीज मुंबई से लौट कर आया है और सांस लेने में तकलीफ है, तो उसे बिना देखे चैंबर से बाहर निकाल दिया और कहा कि आप सीधे आरएमआरआइ, अगमकुआं चले जायें. यहां आपका इलाज नहीं होगा.
इसके बाद प्रो पुष्पेंद्र आरएमआरआइ गये, तो अस्पताल होली के कारण बंद था. वह शनिवार को फिर आरएमआरआइ पहुंचे, तो उनकी जांच हुई, लेकिन उनको दवा नहीं दी गयी. निदेशक ने साफ कहा कि स्वास्थ्य विभाग हमको इतनी दवा नहीं दे रहा है कि हम सबको बांटे. आप कहीं और से दवा ले लें. हालांकि बाजार में भी उन्हें दवा नहीं मिल पायी. प्रो. पुष्पेंद्र ने बताया कि दो दिनों में हमें अस्पताल में महज जांच के लिए भटकना पड़ा और चिकित्सक ऐसे दूर से इलाज कर रहे थे, मानो मुङो छूने के बाद वह खुद मर जायेंगे.
उपाधीक्षक को जानकारी नहीं
इस बाबत जब पीएमसीएच उपाधीक्षक डॉ सुधांशु सिंह से बात की गयी, तो उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी नहीं हैं, लेकिन इसको लेकर यह देखा जायेगा कि शुक्रवार को मेडिसिन में किस चिकित्सक की ड्यूटी थी. जहां तक दवा की बात है, अस्पताल में उपलब्ध है और भरती मरीजों को दी जा रही है.