टीचर्स एग्जाम में बिजी, बच्चों को कौन संभाले?
मैट्रिक परीक्षा से बिहार दिवस की तैयारी में खलललाइफ रिपोर्टर @ पटना बिहार दिवस को खास बनाया जा सके, इसके लिए विभागों को विशेष निर्देश गये हैं. बिहार के सभी जिलों की धूम 22 मार्च को बिहार दिवस कार्यक्रम में देखने को मिले, इसके लिए खास तौर पर स्कूल के बच्चों को बुलाया गया है, […]
मैट्रिक परीक्षा से बिहार दिवस की तैयारी में खलललाइफ रिपोर्टर @ पटना बिहार दिवस को खास बनाया जा सके, इसके लिए विभागों को विशेष निर्देश गये हैं. बिहार के सभी जिलों की धूम 22 मार्च को बिहार दिवस कार्यक्रम में देखने को मिले, इसके लिए खास तौर पर स्कूल के बच्चों को बुलाया गया है, जो अलग-अलग जिलों का प्रतिनिधित्व करेंगे. ऐसे में मैट्रिक क ी परीक्षा ने बिहार दिवस की तैयारियों में मुश्किलें बढ़ा दी हैं. मैट्रिक परीक्षा में लगे शिक्षकों के स्कूलों में बने सेंटरों की वजह से जिला शिक्षा कार्यालय की परेशानी बढ़ गयी है. वे इस उधेड़बुन में लगे हैं कि आखिर परीक्षा के दौरान बच्चों को गाइड करनेवाले शिक्षकों को कहां से बुलाएं. साथ ही स्कूलों में बने सेंटरों के कारण उन्हें ठहराने की भी समस्या बनी हुई है. जिला शिक्षा पदाधिकारी चंद्रशेखर कुमार ने बताया कि बिहार भर से करीब 12 हजार से अधिक बच्चों को बुलाया जाना है. इन बच्चों के रहने व खाने की व्यवस्था की जिम्मेवारी जिला को दी गयी है. ऐसे में बच्चों को ठहरने के लिए स्कूल नहीं मिल पा रहे हैं. सभी कार्यक्रम गांधी मैदान व श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित होने हैं. ऐसे में कार्यक्रम को देखते हुए सभी बच्चों को सेंटर पर ठहराने की व्यवस्था की जानी है, ताकि बच्चे आसानी से गांधी मैदान से श्री कृष्ण मेमोरियल हाल में पहंुच सकें. शिक्षकों के अभाव में बिहार दिवस की तैयारी सभी पर भारी पड़ रही है. बच्चों को लाने ले जाने की सुविधा को देखते हुए उन्हें गांधी मैदान के निकट स्कूलों में ठहराव की व्यवस्था की जानी है. वहीं, मैट्रिक परीक्षा 17 मार्च से 24 तक होनी है. ऐेसे में न तो स्कूल में बच्चों को ठहराने की सुविधा मिल पा रही है और न ही गाइड करने के लिए शिक्षक.