पटना में स्वास्थ्य समिति कार्यालय के गेट पर रखे 35 ऑक्सीजन सिलिंडरों पर थी धूल, कहा- दो दिन पहले ही आये
गर्दनीबाग अस्पताल से सटे जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय (डीएचएस) गेट के पास खाली पड़े मिले 35 ऑक्सीजन सिलिंडरों के मिलने के मामले ने तूल पकड़ने लगा है़ रविवार को पटना की सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने इन खाली सिलेंडरों के दो दिन पहले ही पहुंचने की बात कही थी. लेकिन, मिली तस्वीरों से स्पष्ट है कि यह ऑक्सीजन सिलिंडर काफी दिनों से रखे हुए थे. उन पर धूल की मोटी परतें जमा थीं. सिविल सर्जन विभा कुमारी के बयान पर के आधार जिला प्रशासन ने रविवार को हुए हंगामे के बाद सफाई भी जारी की थी. हालांकि, सोमवार को प्रशासन ने इस मामले को काफी हल्का बताते हुए खारिज कर दिया.
गर्दनीबाग अस्पताल से सटे जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय (डीएचएस) गेट के पास खाली पड़े मिले 35 ऑक्सीजन सिलिंडरों के मिलने के मामले ने तूल पकड़ने लगा है़ रविवार को पटना की सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने इन खाली सिलेंडरों के दो दिन पहले ही पहुंचने की बात कही थी. लेकिन, मिली तस्वीरों से स्पष्ट है कि यह ऑक्सीजन सिलिंडर काफी दिनों से रखे हुए थे. उन पर धूल की मोटी परतें जमा थीं. सिविल सर्जन विभा कुमारी के बयान पर के आधार जिला प्रशासन ने रविवार को हुए हंगामे के बाद सफाई भी जारी की थी. हालांकि, सोमवार को प्रशासन ने इस मामले को काफी हल्का बताते हुए खारिज कर दिया.
रिफलिंग कराने का है इश्यू :
जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि वहां 35 खाली सिलिंडर मिलने की जानकारी मिली है. खाली सिलिंडर की कमी नहीं है. यह काफी संख्या में सभी संस्थानों में रखे हुए हैं. इन सिलिंडरों को रिफलिंग कराने का इश्यू है. जैसे-जैसे ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ेगा, वैसे-वैसे इन सभी खाली सिलिंडर को भर कर उपयोग में लाया जायेगा.
जगह नहीं, इसलिए रखा गया गेट पर : सिविल सर्जन
वहीं, सोमवार को सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने फिर से खाली सिलेंडरों के काफी पहले से रखे होने से इंकार किया. उन्होंने कहा कि डीएचएस में बना स्टोर रूम काफी छोटा है. पहले से ही स्टोर रूम में मरीजों की दवाओं से लेकर जरूरत के सामान रखे गये हैं.
Also Read: प्रभात खबर पड़ताल: कोरोनाकाल में भुलायी इंसानियत, इलाज के नाम पर राजधानी पटना में मरीजों से चौतरफा लूट
जगह का अभाव हो गया है- सीएस
सीएस ने कहा कि वर्तमान में बीएमएसआइसीएल की ओर से कोरोना मरीजों के लिए दवाओं का भंडारण किया गया है़. ऐसे में जगह का अभाव हो गया है. यही वजह है कि खाली पड़े ऑक्सीजन सिलिंडर को सिक्योरिटी गार्ड की सुरक्षा में गेट पर रखा गया है, ताकि समय पर उसकी रिफलिंग हो.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan