बैठक में उन्होंने कहा कि जल्द-से-जल्द सिंगल विंडो सिस्टम शुरू करने के लिए सभी जिला उद्योग महाप्रबंधकों को पत्र जारी करें. कोताही बरतने वाले महाप्रबंधकों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. समीक्षा बैठक में सभी महाप्रबंधकों को रिजल्ट के साथ उपस्थित होने को कहा है. उन्होंने कहा कि अकारण ही उद्यमियों को लोन नहीं देकर लौटाने वाले बैंक अफसरों पर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी.
उन्होंने बैंकों द्वारा अकारण उद्यमियों के आवेदन लौटाये जाने पर रोष जताया और कहा कि जरूरत पड़ी, तो बैंकों पर एफआइआर भी दर्ज होगी. उन्होंने महाप्रबंधकों को कलस्टर सेंटर को और प्रभावी बनाने को कहा. औद्योगिक प्रोत्साहन नीति, सिंगल विंडो क्लियरेंस एक्ट और बिहार कौशल विकास मिशन की भी उन्होंने विस्तृत समीक्षा की. उन्होंने जिला उद्योग के महाप्रबंधकों को टाइम बाउंड कैलेंडर बनाने का भी निर्देश दिया. बैठक में विभाग के प्रधान सचिव त्रिपुरारी शरण और उद्योग निदेशक शैलेश ठाकुर भी उपस्थित थे.