निषादों ने मांगी राजनैतिक भागीदारी
-फोटो-सरोज– एसकेएम में आयोजित हुआ निषाद प्रतिनिधि सम्मेलन – वक्ताओं ने कहा हमें हक देना होगा संवाददाता, पटना हम निषादों को कोई वोट बैंक समझने की भूल नहीं करें. हमें राजनैतिक भागीदारी देनी होगी. वर्तमान राजनैतिक पार्टियां हमें दरकिनार कर सत्ता पर कब्जा करना चाहती है. यह नहीं चलेगा. निषाद बहुल सीटों पर हमारे समाज […]
-फोटो-सरोज– एसकेएम में आयोजित हुआ निषाद प्रतिनिधि सम्मेलन – वक्ताओं ने कहा हमें हक देना होगा संवाददाता, पटना हम निषादों को कोई वोट बैंक समझने की भूल नहीं करें. हमें राजनैतिक भागीदारी देनी होगी. वर्तमान राजनैतिक पार्टियां हमें दरकिनार कर सत्ता पर कब्जा करना चाहती है. यह नहीं चलेगा. निषाद बहुल सीटों पर हमारे समाज का योग्य उम्मीदवार खड़ा करना होगा. ये बातें पूर्व सांसद कैप्टन जय नारायण निषाद ने कही. वे शनिवार को श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में बिहार निषाद प्रतिनिधि सम्मेलन के उद्घाटन के बाद बोल रहे थे. राज्यसभा सांसद अनिल सहनी ने कहा कि निषादों को आरक्षण के लिए हमने संसद में प्रस्ताव पेश किया है. इस पर आंदोलन चलता रहना चाहिए. हमारी ओर से सभी को पूरा सहयोग दिया जायेगा. सम्मेलन का आयोजन सहनी समाज कल्याण संस्थान के तत्वावधान में किया गया. सहनी समाज कल्याण संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा कि हम आज अपनी एकजुटता दिखाते हुए सरकार से राजनैतिक भागीदारी मांग रहे हैं. बड़ी संख्या में मौजूद निषाद प्रतिनिधियों के बीच नेताओं ने 12 अप्रैल को निषाद महाकुंभ महारैली का आयोजन गांधी मैदान में करने का निर्णय लिया. पटना हाइकोर्ट के वकील अशोक सिंह निषाद ने अपने संबोधन में कहा कि निषादों को इतिहास अत्यंत गौरवपूर्ण रहा है. चाहे वह शास्त्र का क्षेत्र रहा हो या शस्त्र का. उन्होंने इस कार्यक्रम की सफलता का श्रेय निषाद रथ को दिया, जिस पर 174 दिनों तक यात्रा कर वैद्यनाथ साहनी, ब्रह्मदेव चौधरी, रामनाथ सहनी, विंदेश्वर सहनी, राजेंद्र सहनी आदि ने महत्वपूर्ण योगदान दिया. इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि भगवान लाल सहनी, नीलम सहनी, त्रिलोकी निषाद आदि ने अपने विचार व्यक्त किया.