कोलकाता : पश्चिम बंगाल में फिर एक डॉक्टर की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हो गयी है. डॉ नीतीश कुमार पटना के रहने वाले थे. कोलकाता में 36 वर्षीय इस हृदय रोग सर्जन ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी.
सूत्रों ने बताया कि डॉ नीतीश कुमार मध्य जुलाई में कोविड-19 से संक्रमित पाये गये थे. एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. अस्पताल में एक डॉक्टर ने कहा कि उन्हें बचाने के सभी प्रयास किये गये, लेकिन उनकी हालत लगातार बिगड़ती गयी.
उन्होंने कहा, ‘वह लगभग 14 दिनों तक ईसीएमओ सपोर्ट पर रहे और फिर हमने प्लाज्मा थेरेपी करने की भी कोशिश की, लेकिन उन्हें बचा नहीं सके. वह सदैव हमारी यादों में जीवित रहेंगे.’ डॉक्टर ने कहा कि मंगलवार को उनकी मृत्यु हो गयी. उन्हें कोई अन्य बीमारी नहीं थी.
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पटना के रहने वाले डॉ कुमार पश्चिम बंगाल में कोविड-19 से मरने वाले सबसे कम उम्र के डॉक्टर हैं. राज्य में बीमारी से अब तक चार डॉक्टरों की मौत हो चुकी है. उनके परिवार में पत्नी और दो साल का बेटा है.
पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स फोरम ने मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने को पत्र लिखकर मांग की है कि डॉ कुमार को कोरोना योद्धा घोषित किया जाये.
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 54 मरीजों की मौत हो गयी, जिससे राज्य में मृतकों की संख्या बढ़कर 1,785 हो गयी. स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में कहा गया कि राज्य में कोविड-19 के 2,752 नये मामले सामने आये, जिससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 80,984 हो गयी.
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सरकार की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया है कि राज्य में वर्तमान में 23,315 मरीज विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करवा रहे हैं. पिछले 24 घंटे में 2,066 मरीज ठीक हुए हैं. सोमवार से राज्य में 22,321 नमूनों की जांच की गयी.
Posted By : Mithilesh Jha