बिहार विद्यालय परीक्षा नकल मामला : बोर्ड के अध्यक्ष का दावा-बाहर भीड़, भीतर सब ठीक

अध्यक्ष जी, जहां आप गये थे, वहीं की तसवीर है. यदि भीतर सब ठीक है, तो यहां कोई नयी प्रतियोगिता चल रही क्या ? पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद ने गुरुवार को दावा किया कि अधिक कड़ाई से परीक्षा होने के कारण अभिभावक नकल कराने को व्याकुल थे, पर भीतर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 20, 2015 4:52 AM
अध्यक्ष जी, जहां आप गये थे, वहीं की तसवीर है. यदि भीतर सब ठीक है, तो यहां कोई नयी प्रतियोगिता चल रही क्या ?
पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद ने गुरुवार को दावा किया कि अधिक कड़ाई से परीक्षा होने के कारण अभिभावक नकल कराने को व्याकुल थे, पर भीतर सब ठीक है. परीक्षा केंद्र के अंदर अब नकल नहीं चल रहा है.
वह वैशाली स्थित परीक्षा केंद्र को देखने भी गये थे. इसके बाद उन्होंने कहा कि वहां कदाचार कराते खिड़की से लटके काफी संख्या में अभिभावकों का फोटो अखबारों में छपा थी. वहां गये, तो देखा कि बाहर में माहौल बिल्कुल वैसा ही था, जैसा अखबारों में दिखाया गया, लेकिन भीतर स्थिति इसके ठीक उलट थी. उन्होंने कहा कि बाहर में काफी भीड़ थी और इतनी भीड़ को हटाने के लिए भारी सुरक्षा बल चाहिए. इसके लिए वे जिला प्रशासन को पत्र लिखेंगे और भीड़ को वहां से हटाने को कहा जायेगा. वहां धारा 144 लगी है, लेकिन अभिभावक मानने को तैयार नहीं हैं.
नकल रोकने में सरकार विफल : अरुण सिन्हा
पटना : मैट्रिक परीक्षा में कदाचार रोकने में सरकार पूरी तरह विफल रही है. ये बात गुरुवार को विधानसभा में विरोधी दल के मुख्य सचेतक अरुण सिन्हा ने कहीं. ‘कदाचार रोकना प्रशासन के बूते के बहार है’. शिक्षा मंत्री पीके शाही के बयान पर उन्होंने आश्चर्य जताया है. इस मामले को ले कर भाजपा विधानसभा में सरकार को घेरेगी. सरकार को भाजपा कदाचारमुक्त परीक्षा आयोजित करने को बाध्य करेगी.
251 परीक्षार्थी निष्कासित
पटना. गुरुवार को जीव विज्ञान की परीक्षा हुई. इसमें 251 छात्र-छात्राओं को नकल करने की वजह से निष्कासित कर दिया गया. जानकारी के अनुसार, खगड़िया से 38, मधेपुरा से 14, मुंगेर से 12, भागलपुर से छह, जहानाबाद से नौ, गोपालगंज से छह और बेगूसराय से दो, पूर्णिया से तीन, छपरा से 79, सीवान से तीन, मुंगेर से 12, गया से आठ, नवादा से तीन, औरंगाबाद से चार, वैशाली से 12, दरभंगा से दो, नालंदा से तीन, भोजपुर से 40 समेत कुल 251 छात्रों को निष्कासित किया गया है.

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