छठी मंजिल से गिरी लिफ्ट एक घंटे तक हवा में अटकी

बोरिंग केनाल रोड में विंध्याचल अपार्टमेंट की घटना पटना : बुद्धा कॉलोनी थाने के बोरिंग केनाल रोड के कवि रमन पथ स्थित विंध्याचल अपार्टमेंट की लिफ्ट में एक घंटे तक दो बहनें श्रुति (19) व रूबी (15) तथा उनकी भतीजी अनन्या (3) फंसी रहीं. वे सभी छठे तल्ले से लिफ्ट से उतर रही थीं. इसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 21, 2015 6:36 AM
बोरिंग केनाल रोड में विंध्याचल अपार्टमेंट की घटना
पटना : बुद्धा कॉलोनी थाने के बोरिंग केनाल रोड के कवि रमन पथ स्थित विंध्याचल अपार्टमेंट की लिफ्ट में एक घंटे तक दो बहनें श्रुति (19) व रूबी (15) तथा उनकी भतीजी अनन्या (3) फंसी रहीं. वे सभी छठे तल्ले से लिफ्ट से उतर रही थीं. इसी दरम्यान अचानक ही लिफ्ट टूट गयी और लिफ्ट दूसरे व तीसरे तल्ले के बीच आ कर फंस गयी.
इसमें श्रुति व रूबी घायल हो गयीं, जबकि अनन्या को चोट नहीं आयी. दोनों बहनें छठे तल्ले पर एक फ्लैट में काम करती थी और वहां से नीचे उतर रही थी. लिफ्ट में लड़कियों के फंसने की जानकारी मिलने पर बुद्धा कॉलोनी पुलिस पहुंची और फिर लिफ्ट के एक्सपर्ट को बुला कर उन्हें बाहर निकाला गया. श्रुति और रूबी बगल में अपने पिता मोहन प्रसाद व अन्य परिजनों के साथ रहती है.
ठीक से गेट बंद नहीं होने से टूटा गियर : सूत्रों के अनुसार छठे तल्ले पर लिफ्ट के गेट को काफी तेजी से बंद किया गया, लेकिन वह पूरी तरह बंद नहीं हुआ था. इसे देखे बिना ही उन लोगों ने ग्राउंड फ्लोर का बटन भी दबा दिया. इसके कारण लिफ्ट का गियर टूट गया और वह नीचे गिरी. यह गनीमत थी कि तीसरे और दूसरे तल्ले के बीच में आ कर फंस गयी.
तीन साल की बच्ची एक घंटा तक फंसी रही लिफ्ट में
करीब एक घंटे तक दोनों बहनें व उनकी तीन साल की भतीजी लिफ्ट में फंसी रहीं. दोनों बहनें घायल हो गयीं, लेकिन तीन साल की मासूम अनन्या को खरोंच तक नहीं आयी. एक्सपर्ट ने काफी मशक्कत के बाद रॉड से लिफ्ट के ग्रिल को खोला. इसके बाद तीनों को हाथ पकड़ कर बाहर निकाला. अनन्या उनके भाई विनोद की बेटी है. वहीं दोनों बहनों को इलाज के लिए कुर्जी अस्पताल में भरती कराया गया है. हालांकि उनकी स्थिति खतरे से बाहर है.
100 पर किया डायल तो पहुंची पुलिस
घटना की जानकारी होते ही लोगों ने तुरंत ही डायल 100 पर फोन किया. आनन-फानन में वहां पुलिस तो पहुंच गयी, लेकिन वह लाचार थी. उसे लिफ्ट की बहुत अधिक जानकारी नहीं थी. फिर लिफ्ट के एक्सपर्ट को बुलाया गया. एक्सपर्ट के आने में ही घंटा भर लग गया. इस दौरान तीनों लिफ्ट के अंदर ही अंधेरे में रहीं. इस दौरान तीनों की हालत काफी खराब हो गयी. जब उन्हें बाहर निकाला गया, तो दोनों बहनें बदहवास हालत में थीं.

Next Article

Exit mobile version