अप्रैल के प्रथम सप्ताह से नयी व्यवस्था शुरू होने की उम्मीद, सिंगल विंडो सिस्टम से होगी रजिस्ट्री

पटना: अब जमीन व फ्लैट की रजिस्ट्री कराने के लिए लोगों को अलग-अलग काउंटरों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. बस एक काउंटर पर ही उन्हें सारी सुविधाएं मिल जायेंगी. जमीन रजिस्ट्री कराने में लोगों को सहूलियत हो सके. इसके लिए जिला निबंधन कार्यालय में सिंगल विंडो सिस्टम की व्यवस्था शुरू की जा रही है. इसके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 23, 2015 7:12 AM
पटना: अब जमीन व फ्लैट की रजिस्ट्री कराने के लिए लोगों को अलग-अलग काउंटरों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. बस एक काउंटर पर ही उन्हें सारी सुविधाएं मिल जायेंगी. जमीन रजिस्ट्री कराने में लोगों को सहूलियत हो सके. इसके लिए जिला निबंधन कार्यालय में सिंगल विंडो सिस्टम की व्यवस्था शुरू की जा रही है.

इसके लिए जिला निबंधन कार्यालय को व्यवस्थित किया जा रहा है. तीन नये काउंटर भी बनाये गये हैं. कोई भी दस्तावेज यदि किसी काउंटर पर आता है, तो उसकी रजिस्ट्री उसी काउंटर से की जा सकेगी. सेलर-पर्चेजर को इसके लिए अलग-अलग काउंटरों पर भटकना नहीं पड़ेगा. सीधे किसी एक काउंटर पर खड़े होकर वे आसानी से रजिस्ट्री करा सकेंगे.

वर्तमान व्यवस्था के अनुरूप खरीदार को कई काउंटरों से होकर रजिस्ट्री करानी पड़ती है. इनमें दस्तावेजों की इंट्री से लेकर उसकी जांच, रजिस्ट्रार के समक्ष कबूलनामा व फोटो आदि प्रक्रिया के लिए अलग-अलग काउंटर पर जाना होता है. इससे कार्यालय में अनियंत्रित रूप से भीड़ जुट जाती है. नयी व्यवस्था के लागू होने से लोग आसानी से रजिस्ट्री करा सकेंगे. इसके लिए उन्हें किसी की मदद की जरूरत नहीं पड़ेंगी. बस दस्तावेजों के साथ वे काउंटर पर जायेंगे, वहीं से पूरी प्रक्रिया कर रजिस्ट्री कर दी जायेगी. सेलर या पर्चेजर को किसी एक काउंटर पर ही सारे काम पूरे कर दिये जायेंगे. यह व्यवस्था अप्रैल के प्रथम सप्ताह से लागू की जायेगी.
रजिस्ट्री के थोड़ी देर बाद ही मिल जायेगी मूल कॉपी
रजिस्ट्री के दौरान लोगों को मूल दस्तावेजों के लिए दोबारा कार्यालय न आना पड़े, इसके लिए उसकी कॉपी भी सेम डेट पर दी जा रही है. इस तकनीक को और फास्ट बनाया गया है. जिला अवर निबंधक के अनुसार इसके जरिये रजिस्ट्री के तुरंत बाद 30-40 मिनट में निबंधित दस्तावेजों की मूल प्रति दी जायेगी. ऐसा नहीं होने पर कोई भी इसकी शिकायत जिला अवर निबंधक को कर सकेगा. दरअसल निबंधन कार्यालय को ऑनलाइन किया जाना है. इसके लिए विभाग के स्तर से काम किया जाना है. पुराने दस्तावेजों को ऑनलाइन करने से लेकर रजिस्ट्री से जुड़ी तमाम जानकारियां ऑनलाइन ली जा सकेंगी.

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