दाढ़ी नहीं बनायी, तो जान से मार डाला

मसौढ़ी: भगवानगंज थाना के भूषैणचक गांव के 55 वर्षीय रामविलास ठाकुर को दाढ़ी बनाने से मना करना महंगा पड़ गया. उसे इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. आरोपितों ने दारू बनाने की गरम सामग्री उस पर डाल दी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी. इसके बाद आरोपितों ने उसकी लाश को गांव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 25, 2015 6:27 AM
मसौढ़ी: भगवानगंज थाना के भूषैणचक गांव के 55 वर्षीय रामविलास ठाकुर को दाढ़ी बनाने से मना करना महंगा पड़ गया. उसे इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. आरोपितों ने दारू बनाने की गरम सामग्री उस पर डाल दी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी.

इसके बाद आरोपितों ने उसकी लाश को गांव से दक्षिण भगवानगंज-जहानाबाद सीमा के पास फेंक दिया. रामविलास के घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की. सीमा के पास से उसका शव मिला. सूचना पाकर पहुंची पुलिस को परिजनों ने रात भर शव उठाने नहीं दिया. मंगलवार को मुआवजा मिलने के बाद ही शव को पुलिस पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज सकी.

घूम-घूम कर बनाता था दाढ़ी जानकारी के मुताबिक रामविलास ठाकुर आसपास के गांव में घूम-घूम कर बाल-दाढ़ी बनाता था. सोमवार को दोपहर में वह नदौना गांव से ग्रामीणों का बाल-दाढ़ी बना अपने घर लौट रहा था.
जबरदस्ती दाढ़ी बनाने के लिए रोका : रामविलास जैसे ही श्याम देव यादव की अवैध दारू भट्ठी से गुजरा श्याम देव ने उसे रोक कर अपने लोगों की दाढ़ी बना देने को कहा. रामविलास ने कुछ लोगों की दाढ़ी तो बना दी और खाना खाने के लिए घर जाना चाहा. लेकिन श्याम देव ने उसे अपने कुछ अन्य लोगों की भी दाढ़ी बना देने को कहा. रामविलास ने भूख लगने की बात कह दाढ़ी बनाने से मना कर दिया.
गुस्से में फेंकी गरम सामग्री : रामविलास के इनकार करने पर श्याम देव को गुस्सा आ गया. उसके साथ गाली-गलौज की व दारू बनाने के लिए चूल्हे पर चढ़ी हुई गरम सामग्री को उस पर फेंक दिया. रामविलास छटपटाने लगा और कुछ ही देर के बाद उसकी मौत हो गयी.
घटना के बाद श्याम देव फरार
रामविलास की मौत के बाद श्याम देव ने कुछ अन्य लोगों के सहयोग से उसकेशव को करीब आधा किलोमीटर दक्षिण भगवानगंज-जहानाबाद सीमा के पास फेंक दिया. देर शाम तक घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की , तो सीमा के पास उसका शव मिला. सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन परिजनों ने विरोध स्वरूप शव सौंपने से मना कर दिया. मंगलवार की सुबह बीडीओ ने मृतक के परिजनों को पारिवारिक लाभ योजना के तहत तत्काल 10 हजार नकद देकर व शेष 10 हजार बाद में देने का आश्वासन दिया. मुखिया ने कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन हजार रुपये दिये. इसके बाद पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज सकी. इस संबंध में मृतक की विधवा सुंदरी देवी ने श्याम देव यादव के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है. श्याम देव यादव फरार बताया जाता है.

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