विप में उठा राजभाषा साहित्य पुरस्कार का मामला

संवाददाता, पटनाविधान परिषद में सूचना के माध्यम से राजभाषा विभाग द्वारा दिये गये साहित्य पुरस्कार का मामला उठा. सदस्यों ने कहा कि पुरस्कार को लेकर जिस तरह राजभाषा निदेशक ने बयान दिया है व गैर जिम्मेदाराना है. भाजपा की किरण घई ने कहा कि एक तरफ बिहार दिवस मना कर राज्य के गौरवशाली अतीत का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 25, 2015 7:03 PM

संवाददाता, पटनाविधान परिषद में सूचना के माध्यम से राजभाषा विभाग द्वारा दिये गये साहित्य पुरस्कार का मामला उठा. सदस्यों ने कहा कि पुरस्कार को लेकर जिस तरह राजभाषा निदेशक ने बयान दिया है व गैर जिम्मेदाराना है. भाजपा की किरण घई ने कहा कि एक तरफ बिहार दिवस मना कर राज्य के गौरवशाली अतीत का बखान हो रहा है. वहीं दूसरी ओर राजभाषा विभाग द्वारा दिये गये साहित्य पुरस्कार वितरण को लेकर जग हंसाई हो रही है. अध्यक्ष व सदस्य को पता नहीं है कि किसे पुरस्कार मिल रहा है. भाकपा के केदार नाथ पांडेय ने कहा कि राजभाषा निदेशक का यह बयान कि जिसे पुरस्कार लेना है लें, जिसे नहीं लेना है नहीं लें. इससे सरकार का पैसा बचेगा. निदेशक का यह बयान गैर जिम्मेदाराना है. सरकार को इस पर देखना चाहिए. उप सभापति सलीम परवेज ने खाद्य व आपूर्ति संरक्षक मंत्री श्याम रजक को पेपर की कटिंग लेकर डिटेल जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया. जदयू के प्रो रणवीर नंदन ने विधान पार्षद के साथ आनेवाले स्टाफ व अंगरक्षक के लिए विधान मंडल के मैदान परिसर में शौचालय व पानी आदि की व्यवस्था कराने का आग्रह किया. भाजपा के प्रो नवल किशोर यादव ने कहा कि सरकार को व्यवस्था करने में कितना खर्च होगा. उप सभापति ने भू- राजस्व मंत्री नरेंद्र नारायण यादव से पटना के डीएम को व्यवस्था करने संबंधी निदेश देने के लिए कहा गया. राजद के भोला यादव ने कहा कि नियोजित शिक्षक अपनी मांग को लेकर अनशन करनेवाले हैं. वे विधायकों से मिल कर उनका घेराव कर रहे हैं. नियोजित शिक्षकों को वेतन देने पर सरकार विचार करे.

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