राज्य में खोले जायेंगे 37 गुड़ उत्पादन प्लांट

बिहार राज्य गुड़ प्रोत्साहन कार्यक्रम के तहत राज्य में 37 गुड़ उत्पाद यूनिटें लगायी जायेंगी.

By Prabhat Khabar News Desk | January 6, 2025 12:56 AM

संवाददाता,पटना बिहार राज्य गुड़ प्रोत्साहन कार्यक्रम के तहत राज्य में 37 गुड़ उत्पाद यूनिटें लगायी जायेंगी. दरअसल गुड़ यूनिट लगाने के लिए केन केयर पोर्टल के माध्यम से 84 आवेदन आये हैं. इनमें से 37 आवेदन का चयन किया गया है. आवेदनों का चयन रेंडमाइजेशन सिस्टम के जरिये किया गया है. हालांकि, चयनित इकाइयों का अभी अनुमोदन बाकी रह गया है. चयनित यूनिटों में से 22 यूनिट स्मॉल और शेष 15 यूनिट मध्यम श्रेणी की हैं. यह सभी परियोजनाएं वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए हैं. गुड़ प्रोत्साहन कार्यक्रम के तहत आये प्रस्तावों का चयन ईखायुक्त की बैठक में किया गया. आधिकारिक जानकारी के अनुसार चयनित प्रस्तावों के संदर्भ में तकनीकी मसलों को लेकर परियोजना अनुमोदन समिति की बैठक सात जनवरी को बुलायी गयी है. इस संदर्भ में पटना एनआइसी से कहा गया है कि रैंडमाइजेशन से चयनित सूची को केन केयर पोर्टल पर प्रदर्शित कर दें. आधिकारिक जानकारी के अनुसार चयनित गुड़ इकाइयां पटना,लखीसराय, समस्तीपुर, मोतिहारी, गोपालगंज, बेतिया, सीवान, पूर्णिया और मुजफ्फरपुर क्षेत्र के लिए प्रस्तावित हैं. सर्वाधिक गुड़ इकाइयां बेतिया में आठ स्थापित की जानी हैं. गोपालगंज में सात यूनिट लगाये जाने के प्रस्ताव है. इसके अलावा समस्तीपुर और मोतिहारी पांच-पांच,लखीसराय में तीन, सीवान में तीन,पूर्णिया में तीन,मुजफ्फरपुर में दो और एक यूनिट पटना में प्रस्तावित है. बिहार में गुड़ प्रोत्साहन पॉलिसी के जरिये पहली बार गुड़ बनाने के लिए प्लांट लगाने के लिए सरकार ने बाकायदा नीति बनायी है. इमसें बेहद आकर्षिक इन्सेंटिव और अनुदान देने की बात है. आसान शर्तों पर ऋण दिलाये जाने की घोषणा की गयी है. आधिकारिक जानकारी के अनुसार केवल 30 प्रतिशत यूनिट चीनी मिल क्षेत्रों में लगायी जा सकेंगी. दरअसल यह यूनिटें ऐसे स्थानों पर लगायी जायेंगी, जिसके चलते से चीनी मिलों के लिए गन्ने की आपूर्ति प्रभावित न हो. 70 प्रतिशत यूनिट गैर चीनी मिल क्षेत्रों में लगायी जानी हैं. यूनिटों में स्मॉल यूनिटों की पेराई क्षमता 20 टन प्रतिदिन होगी. मध्यम दर्जे की यूनिटों की पेराई क्षमता 21 टन प्रतिदिन की प्रस्तावित है.

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