ABVP का उग्र प्रदर्शन, पुलिस को करनी पड़ी भारी मशक्कत छात्रों ने गेट तोड़ा, विस तक पहुंचे
पटना: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्रों ने गुरुवार को आर ब्लॉक चौराहे से लेकर विधानमंडल गेट तक जम कर उत्पात मचाया और आर ब्लॉक गेट को तोड़ने के साथ ही पुलिसकर्मियों पर जम कर पथराव किया. पटना पुलिस के ट्रैफिक पोस्ट को तोड़ डाला. सड़कों पर कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया. घटना […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
March 27, 2015 6:36 AM
पटना: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्रों ने गुरुवार को आर ब्लॉक चौराहे से लेकर विधानमंडल गेट तक जम कर उत्पात मचाया और आर ब्लॉक गेट को तोड़ने के साथ ही पुलिसकर्मियों पर जम कर पथराव किया. पटना पुलिस के ट्रैफिक पोस्ट को तोड़ डाला. सड़कों पर कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया.
घटना की जानकारी मिलने पर पहुंचे एसएसपी जितेंद्र राणा और उनकी टीम पर भी छात्रों ने पथराव किया. पानी की तेज बौछार और आंसू के गोले दागे जाने के बाद भी जब वे पीछे नहीं हटे, तो एसएसपी ने खुद मोरचा संभाला और एके-47 राइफल लेकर खदेड़ना शुरू किया. लेकिन, छात्रों ने पथराव बंद नहीं किया. आखिरकार एसएसपी ने आठ राउंड हवाई फायरिंग कर खदेड़ दिया.
डेढ़ घंटे तक पूरा इलाका रणक्षेत्र बना रहा. इस दौरान एसएसपी जितेंद्र राणा, सचिवालय डीएसपी डॉ मो शिबली नोमानी, एएसपी नीलेश कुमार समेत 40 पुलिसकर्मी को चोटें आयी हैं. करीब 20 छात्र भी घायल हुए हैं, जिनमें कई की हालत गंभीर हैं. आर ब्लॉक गेट के गेट मैन की छात्रों ने पिटाई कर दी, जिसमें वह भी बुरी तरह घायल हो गया. पुलिस ने तीन दर्जन उत्पाती छात्रों को पकड़ा है. सभी के खिलाफ सचिवालय थाने में सरकारी काम में बाधा, प्रतिबंधित क्षेत्र का उल्लंघन, पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट, पुलिस हिरासत से निकलने आदि का मामला दर्ज किया गया है.
आर ब्लॉक पहुंचते ही शुरू कर दिया बवाल
शिक्षा की बदहाली, अराजकता, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी के विरोध और छात्रों के लिए सुविधाएं और छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर एबीवीपी से जुड़े हजारों छात्र गांधी मैदान में रैली करने के बाद विधानसभा घेराव के लिए निकले. छात्रों का जुलूस डाकबंगला, स्टेशन होते हुए आर ब्लॉक गेट पहुंचा. लेकिन, इसके पूर्व ही पुलिस ने गेट को बंद कर दिया. पहले से ही मात्र एक फ्लैंक में ही आवागमन हो रहा था. गेट बंद देख छात्रों ने आगे बढ़ने का प्रयास किया और गेट तोड़ने लगे. पुलिस ने उनलोगों को समझाने का प्रयास किया और जब नहीं माने, तो पानी की बौछार कर पीछे हटाने का प्रयास किया. लेकिन, इस पर वे लोग नहीं माने, तो करीब एक दर्जन अश्रु गैस के गोले दागे. लेकिन, दो दर्जन छात्र किसी तरह से गेट को पार कर गये और विधानसभा की ओर दौड़ने लगे. पुलिस ने जब उनलोगों को रोकने का प्रयास किया, तो उनलोगों ने मारपीट शुरू कर दी. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर दिया. इसी बीच सैकड़ों की संख्या में छात्र गेट पर जुट गये और फिर गेट को तोड़ अंदर प्रवेश कर गये.
इसके बाद उन लोगों ने खदेड़-खदेड़ कर पुलिसकर्मियों को पीटना शुरू कर दिया. स्थिति ऐसी हो गयी कि पुलिसकर्मियों को वहां से हटना पड़ा. छात्रों ने उत्पात मचाते हुए सड़क पर रोड़ेबाजी भी शुरू कर दी, जिसमें कई पुलिसकर्मियों को चोटें आयीं. उनलोगों ने ट्रैफिक पोस्ट को तोड़ डाला और कई वाहनों के शीशे भी फोड़ डाले. चाणक्या होटल तक उनके द्वारा फेंकी गयी ईंटें गयीं. इसी बीच एसएसपी जितेंद्र राणा दल-बल के साथ पहुंच गये और एक पत्थर उनके हाथ पर भी लगा.
उन्होंने सभी को समझाने का प्रयास किया. लेकिन, जब नहीं माने, तो एसएसपी जितेंद्र राणा ने खुद ही हथियार संभाला और उनके पीछे सचिवालय डीएसपी शिबली नोमानी भी दौड़े. पूरी फोर्स छात्रों के पीछे दौड़ी. लेकिन, छात्र लगातार पथराव करते रहे. अंत में एसएसपी ने हवाई फायरिंग की, तो वे वहां से भागे. इसके बाद छात्रों को भी दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया. इसी बीच फिर से छात्रों ने पथराव शुरू किया और एसएसपी को रुक जाना पड़ा. लेकिन, फिर से एसएसपी उनलोगों के पीछे दौड़े और खदेड़ते हुए जीपीओ गोलंबर तक ले आये, जिसके कारण बुद्ध मार्ग में भी अफरातफरी मच गयी. इसके बाद तीन दर्जन से अधिक छात्रों को हिरासत में लिया गया.
विधानसभा के गेट पर पहुंचे दूसरे जत्थे ने किया हंगामा
उधर, करीब 100-150 छात्रों का दूसरा जत्था विधानसभा के गेट पर पहुंच गया और बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास किया. इस दौरान गेट पर सुरक्षा में तैनात एएसपी नीलेश कुमार ने जब रोकने का प्रयास किया, तो उनकी वरदी फाड़ डाली गयी. इतना ही नहीं, सचिवालय के थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार झा और गर्दनीबाग के थानाध्यक्ष बीके चौहान की भी वरदी फाड़ डाली. इसके बाद पुलिस ने करीब दो दर्जन उत्पाती छात्रों को हिरासत में लिया और सचिवालय थाने के परिसर में लाकर बैठा दिया. लेकिन, इसी बीच छात्रों ने सचिवालय थाने का गेट तोड़ दिया और वहां से फरार हो गये. वहीं, छात्रों पर लाठीचार्ज के विरोध और उनकी मांगों के समर्थन में भाजपा के कई नेता भी वहीं धरने पर बैठ गये.
एबीवीपी के जुलूस में शामिल दो से ढाई हजार लोगों ने जीपीओ गोलंबर से आर ब्लॉक की तरफ बढ़ने के क्रम में दुकानों में लूटपाट की. पुलिस ने जब उन्हें रोकना चाहा, तो उन्होंने महिला पुलिसकर्मियों की वरदी व बैज को तोड़ने का प्रयास किया. इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मेरे द्वारा सुरक्षित दिशा में हवाई फायरिंग की गयी और दुकानों को लुटने से बचाया गया.
जितेंद्र राणा, एसएसपी