दूसरे राज्य में रह रहे थे दोनों अपराधी
परसा थाना क्षेत्र से हुई दोनों की गिरफ्तारीगिरफ्तार अपराधियों ने स्वीकार की दारोगा हत्या में अपनी संलिप्तता नोट: फोटो नंबर 27 सी.एच.पी 11 है कैप्सन होगा- संवाददाता सम्मेलन में जानकारी देते पुलिस अधीक्षक व पकड़े गये शूटर संवाददाता, छपरा (सारण)इसुआपुर थानाध्यक्ष संजय कुमार तिवारी हत्याकांड के दो शूटरों की गिरफ्तारी पर एसपी ने बताया कि […]
परसा थाना क्षेत्र से हुई दोनों की गिरफ्तारीगिरफ्तार अपराधियों ने स्वीकार की दारोगा हत्या में अपनी संलिप्तता नोट: फोटो नंबर 27 सी.एच.पी 11 है कैप्सन होगा- संवाददाता सम्मेलन में जानकारी देते पुलिस अधीक्षक व पकड़े गये शूटर संवाददाता, छपरा (सारण)इसुआपुर थानाध्यक्ष संजय कुमार तिवारी हत्याकांड के दो शूटरों की गिरफ्तारी पर एसपी ने बताया कि थानाध्यक्ष की हत्या करने बाद दोनों अपराधी दूसरे राज्यों में रह रहे थे. इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत थी. दोनों अपराधियों की गिरफ्तारी परसा थाना क्षेत्र से ही हुई. दोनों को गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर पकड़ा गया. दारोगा से लूटे गये सर्विस रिवॉल्वर तथा तीन अन्य हथियारों को इन दोनों अपराधियों ने सोनू सिंह नामक एक अपराधी को दे दिया था, जिसे 30 किलो गांजे के साथ पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. दोनों अपराधियों को पकड़ने में दरियापुर थानाध्यक्ष रमेश कुमार महतो, परसा थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह, आइटी सेल के प्रभारी नीरज कुमार की भूमिका काफी सराहनीय रही है. एसपी के समक्ष गिरफ्तार अपराधियों ने थानाध्यक्ष की हत्या करने की बात स्वीकार की और कहा कि लूट की घटना को अंजाम देने के लिए वह लगे हुए थे, जिसे थानाध्यक्ष ने नाकाम कर दिया. अपराधियों की नजर बैंक के कैश वान तथा पेट्रोल पर की रुपये पर थी, लेकिन थानाध्यक्ष ने अकेले दम पर लूट की घटना को नाकाम कर दिया और तीनों अपराधियों को सर्च करना चाहा, तभी उन्हें अपराधियों ने अपनी गोली का शिकार बना डाला.