विफलता का ठीकरा अफसरों पर फोड़ना चाहते हैं मुख्यमंत्री : मोदी

भाजपा और जद-यू में मेल की बेतुकी बात उड़ाईसंवाददाता, पटनापूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी सरकार और चुनाव में पार्टी का वजूद बचाने के लिए एकतरफ अधिकारियों को हड़का रहे हैं, तो दूसरी तरफ भ्रष्ट नेताओं से मेलजोल बढ़ाने को जेल का दरवाजा भी खटखटा रहे हैं. प्रधानमंत्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 29, 2015 10:03 PM

भाजपा और जद-यू में मेल की बेतुकी बात उड़ाईसंवाददाता, पटनापूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी सरकार और चुनाव में पार्टी का वजूद बचाने के लिए एकतरफ अधिकारियों को हड़का रहे हैं, तो दूसरी तरफ भ्रष्ट नेताओं से मेलजोल बढ़ाने को जेल का दरवाजा भी खटखटा रहे हैं. प्रधानमंत्री से मिलने के बहाने दिल्ली गये नीतीश कुमार ने तिहाड़ जेल जाकर भ्रष्टाचार के मामले में सजायाफ्ता ओम प्रकाश चौटाला से भेंट की. इधर, चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद पर दबाव बनाये रखने के लिए उन्होंने योजनाबद्घ तरीके से भाजपा और जद-यू में मेल की बेतुकी बात उड़ायी. बिहार में गंठबंधन टूटने के बाद पिछले 22 महीनों से विकास ठप है. अब मुख्यमंत्री चुनाव से पहले 22 महीनों का काम चार महीने में पूरा कराने के लिए अफसरों को अपमानित कर रहे हैं. नीतीश कुमार बतायें कि पांच साल में एक करोड़ युवाओं को रोजगार प्रशिक्षण देने की योजना क्यों नहीं शुरू हो पायी, जबकि वे ही मुख्यमंत्री के साथ-साथ श्रम संसाधन विभाग के प्रभारी मंत्री भी थे. क्या इसके लिए नौकरशाही जिम्मेदार है ? नीतीश कुमार अधिकारियों को 24 घंटे का काम 12 घंटे में निपटाने को कह रहे हैं, लेकिन अपने मंत्रियों के कामकाज पर वे चुप्पी साधे हुए हैं. उन्हें बताना चाहिए कि उनकी सरकार के मंत्री कितने घंटे काम करते हैं ? ढाई साल में नीतीश कुमार के गलत राजनीतिक फैसलों के चलते बिहार का प्रशासनिक ढांचा चरमरा गया है. उससे लोगों का ध्यान हटाने के लिए वे अपनी विफलता का ठीकरा अफसरों पर फोड़ना चाहते हैं.

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