संवाददाता, पटना बिहार में बिजली की मांग के साथ उत्पादन भी बढ़ रहा है. बिहार सहित कई राज्यों को बिजली की आपूर्ति कर रही एनटीपीसी पूर्वी क्षेत्र एक ने वर्तमान वित्तीय वर्ष की पहली छमाही के दौरान अब तक का सर्वाधिक 37387 मिलियन यूनिट से अधिक बिजली उत्पादन कर नया रिकॉर्ड बनाया है. इसमें फरक्का के 6896 मिलियन यूनिट की हिस्सेदारी को छोड़ दिया जाये तो इस दौरान सिर्फ बिहार स्थित सभी छह बिजली संयंत्रों का बिजली उत्पादन करीब 30491 मिलियन यूनिट का रहा. पूर्वी क्षेत्र-1 की बिजली इकाइयों ने पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि की तुलना में कुल 1.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है. एनटीपीसी पूर्वी क्षेत्र के प्रवक्ता विश्वनाथ चंदन ने बताया कि एनटीपीसी से बिहार को वर्तमान में 300 मेगावाट की सौर ऊर्जा सहित कुल 6726 मेगावाट का बिजली आवंटन है. इसमें 5107 मेगावाट की विद्युत आपूर्ति पूर्वी क्षेत्र एक की उत्पादन इकाइयों से हो रही है. अगले साल से नवीनगर सुपर थर्मल पावर स्टेशन के स्टेज दो में 2400 मेगावाट (800 मेगावाट की तीन इकाइयां) बिजली उत्पादन पर काम शुरू हो जायेगा. वर्तमान में निविदा प्रक्रिया चल रही है. यह इकाइयां अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल तकनीक पर आधारित होंगी, जो बिहार राज्य में इस तरह का पहला बिजली संयंत्र होगा. नबीनगर सुपर थर्मल पावर स्टेशन का निर्माण पूरा होने के बाद इसकी कुल स्थापित क्षमता 4382 मेगावाट तक पहुंच जायेगी. बिहार को बिजली कोटा भी 9000 मेगावाट से अधिक हो जायेगा. एनटीपीसी पूर्वी क्षेत्र-1 के क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक सुदीप नाग ने कहा कि बिजली उत्पादन में यह वृद्धि ऐसे समय में आया है जब बिहार की बिजली की जरूरत 23 सितंबर को अब तक के उच्चतम मांग 8005 मेगावाट के स्तर तक पहुंच गई है.
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