बिहार में पहला सबडिविजन कोर्ट कहलगांव में : मुख्य न्यायाधीश

लोगों को मिले सस्ता व तीव्र न्यायकहलगांव. पटना उच्च न्यायालय व राज्य सरकार का प्रयास है कि जहां तक संभव हो, लोगों को त्वरित न्याय मिले. इसके लिए राज्य में सबडिविजन स्तर पर व्यवहार न्याय की स्थापना की जा रही है. कहलगांव बिहार का ऐसा पहला सबडिविजन बन इस कड़ी से जुड़ा है. हमारा प्रयास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2015 11:03 PM

लोगों को मिले सस्ता व तीव्र न्यायकहलगांव. पटना उच्च न्यायालय व राज्य सरकार का प्रयास है कि जहां तक संभव हो, लोगों को त्वरित न्याय मिले. इसके लिए राज्य में सबडिविजन स्तर पर व्यवहार न्याय की स्थापना की जा रही है. कहलगांव बिहार का ऐसा पहला सबडिविजन बन इस कड़ी से जुड़ा है. हमारा प्रयास है कि लोगों को तीव्र, सस्ता और सुलभ न्याय मिले ताकि लोगों का न्यायपालिका पर विश्वास गहरा हो सके. उक्त बातें बिहार के पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एल नरसिम्हा रेड्डी ने कहीं. वह कहलगांव में व्यवहार न्यायालय की स्थापना के उदघाटन समारोह में भाग ले रहे थे. उन्होंने कहा कि इससे अधिवक्ताओं के लिए प्रैक्टिस की अच्छी संभावना बनेगी. उनके साथ कार्यक्रम में भाग लेने आये बिहार सरकार के राजस्व, भूमि सुधार एवं न्याय मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि कहलगांव के लोग पहले 35 किलोमीटर चल कर न्याय के लिए भागलपुर जाते थे. मुख्य न्यायाधीश व मुख्यमंत्री के प्रयास से कहलगांव में व्यवहार न्यायालय की स्थापना की गयी, इससे लोगों को लाभ मिलेगा. उन्हें सस्ता और सुलभ न्याय प्राप्त होगा. कार्यक्रम में उपस्थित पटना हाइकोर्ट के न्यायाधीश मिहिर कुमार झा ने कहा कि भागलपुर जिले के दोनों सबडिविजन में न्यायालय खुल गया, यह गर्व की बात है. भूमि संबंधी सारे मामलों का निबटारा यहीं हो सकता है.

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