बम बनाना सीखने के दौरान हुआ था विस्फोट
संवाददाता, पटनाएडीजी (मुख्यालय) गुप्तेश्वर पांडेय ने मंगलवार को कहा कि बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी में हुआ बम विस्फोट बहुत शक्तिशाली नहीं था. अब तक की जांच से पता चलता है कि यह लो-इंटेंसिटी का बम था. बम बनाना सीखने के दौरान यह विस्फोट हुआ. पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि यह तय […]
संवाददाता, पटनाएडीजी (मुख्यालय) गुप्तेश्वर पांडेय ने मंगलवार को कहा कि बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी में हुआ बम विस्फोट बहुत शक्तिशाली नहीं था. अब तक की जांच से पता चलता है कि यह लो-इंटेंसिटी का बम था. बम बनाना सीखने के दौरान यह विस्फोट हुआ. पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि यह तय है कि उस फ्लैट में बड़े स्तर पर बम बनाने का काम हो रहा था. लेकिन, तीनों की गिरफ्तारी के बाद ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि इन बमों का क्या उपयोग होना था. इनकी गिरफ्तारी के बाद बड़े खुलासे की उम्मीद है. इन बमों के टाइमर में जिस लोटस घड़ी का उपयोग किया गया है, इन्हीं लोटस घड़ी का उपयोग बोधगया और गांधी मैदान ब्लास्ट में भी किया गया था, जो बड़ी समानता है. उन्होंने कहा कि मामले की विस्तृत जांच के लिए एनआइए की टीम को बुलाया गया है. जांच के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पायेगी.