नीतीश ने भाजपा पर किया पलटवार, बेंगलुरु या कहीं भी इकट्ठे हो जाएं बिहार में नहीं गलनेवाली दाल : नीतीश

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पटना में कहा कि भाजपा कितना भी कुछ कर ले, बिहार में उनकी दाल नहीं गलनेवाली है. बेंगलुरु में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जदयू पर प्रहार किये जाने पर उन्होंने कहा कि बिहार में इसका कोई प्रभाव नहीं पड़नेवाला. यहां भाजपा की सरकार नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 4, 2015 6:19 AM
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पटना में कहा कि भाजपा कितना भी कुछ कर ले, बिहार में उनकी दाल नहीं गलनेवाली है. बेंगलुरु में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जदयू पर प्रहार किये जाने पर उन्होंने कहा कि बिहार में इसका कोई प्रभाव नहीं पड़नेवाला. यहां भाजपा की सरकार नहीं बननेवाली है.
जगजीवन राम शोध एवं संसदीय अध्ययन संस्थान परिसर में जदयू, राजद और समाजवादी पार्टी समेत जनता परिवार के छह राजनीतिक दलों के विलय को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए कोई समयसीमा तय नहीं हुई है. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव इसे तय करेंगे. उन्होंने पांच अप्रैल को विलय की औपचारिक घोषणा किये जाने की किसी जानकारी से इनकार किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद इन दिनों पटना में हैं.
राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पांच अप्रैल को होनेवाली है. इस बैठक के बाद ही विलय की प्रक्रिया पर अंतिम मुहर लगाने की बात होगी. नयी पार्टी के नाम व चुनाव चिह्न् के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि इसको लेकर कोई अड़चन नहीं है. सभी दलों में के नेताओं के आपसी सहमति के बाद नयी पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न् तय किया जायेगा. जदयू व उसके चुनाव चिह्न् तीर पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की नजर रखने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जब किसी के मन में खोट हो, तो उनका कोई काम नहीं होता है.
पांच अप्रैल को दिल्ली जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में मुख्यमंत्रियों और मुख्य न्यायाधीशों की होनेवाली बैठक में शामिल होने जा रहा हूं. इधर, खाद्य उपभोक्ता विभाग के मंत्री श्याम रजक ने विलय के सवाल पर कहा कि विलय में कोई बाधा नहीं है. विलय हो चुका है. बस औपचारिकता बाकी है. विलय के बाद पार्टी का अस्तित्व नहीं बचेगा, जो लोग गुलछर्रा उड़ाना चाह रहे हैं, उड़ाएं. भाजपा की मदद करनेवालों का अंत श्मशान घाट पर होगा. जगजीवन राम शोध संस्थान में पूर्व उपप्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम की जीवनी का विमोचन करते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार.

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