एक कमांड ने उलझा दिये 45 करोड़, देर रात सुलझा मसला

31 मार्च को ट्रेजरी से पैसे निकासी का मामला रविशंकर उपाध्याय पटना : पटना कोषागार में 31 मार्च को 45 करोड़ रुपये की गलत ढंग से निकासी हो गयी. 31 मार्च की सुबह 11 बजे के आसपास कोषागार के एक कर्मचारी के गलत कमांड के कारण स्टेट बैंक की शाखा से राशि की निकासी हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 4, 2015 6:39 AM
31 मार्च को ट्रेजरी से पैसे निकासी का मामला
रविशंकर उपाध्याय
पटना : पटना कोषागार में 31 मार्च को 45 करोड़ रुपये की गलत ढंग से निकासी हो गयी. 31 मार्च की सुबह 11 बजे के आसपास कोषागार के एक कर्मचारी के गलत कमांड के कारण स्टेट बैंक की शाखा से राशि की निकासी हो गयी. दिन में दो बजे के आसपास 900 करोड़ रुपये के नकद खजाने में जब अचानक 45 करोड़ रुपये घटा दिखा, तो कुछ कर्मचारियों का माथा ठनका.
एक कर्मचारी ने इसकी सूचना कोषागार पदाधिकारी को दी, तो उनके चेहरे पर हवाई उड़ने लगी. सारा काम छोड़ कोषागार में तालाबंदी की गयी और हिसाब किताब होने लगा. दो घंटे की जद्दोजहद के बाद जब हिसाब का पता नहीं चला तो बैंक और एनआइसी के अधिकारियों को लगाया गया. देर रात जाकर पता चला कि ग्रामीण विकास के खाते से इसकी गलत ढंग से निकासी हुई थी.
एक मंत्री के कारण भी तनाव में रहा ऑफिस
31 मार्च को बिहार सरकार के एक रसूखदार मंत्री के कारण भी पटना का ट्रेजरी ऑफिस तनाव में रहा. प्रभात खबर को मिली जानकारी के मुताबिक मंत्री सरकार में सशक्त हैं और उनके विभाग की करोड़ों की राशि ट्रेजरी में पड़ी हुई थी. डीएम ने तय किया था कि 25 मार्च के बाद ज्यादा संख्या में बिल नहीं लिये जाये.
हालांकि इसका पालन नहीं हो सका. 31 को भी काफी संख्या में बिल आये और उनमें मंत्री जी के विभाग का सबसे ज्यादा बिल था. जब जिला स्तरीय अधिकारियों की नहीं सुनी गयी, तो मंत्री ने कोषागार पदाधिकारी से संपर्क किया. जब उन्होंने हाथ खड़े किये, तो फिर डीएम से संपर्क साधा और अंतत: देर रात जाकर निकासी हुई.
दबाव में हुई थी गलती
कोषागार पदाधिकारी विजय कुमार आजाद ने बताया कि गलत कमांड के कारण राशि की निकासी हुई थी. शुक्र था कि जल्द ही गलती पकड़ में आ गयी, नहीं तो फजीहत हो जाती. कर्मचारी के काम के दबाव से ऐसा हुआ.

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