मोकामा: वीर शिरोमणि बाबा चौहरमल की जयंती समारोह पर आगामी विधानसभा चुनाव की रूपरेखा तय हुई. लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय खाद्य व उपभोक्ता मंत्री राम विलास पासवान ने उपस्थित लोगों से साफ तौर पर कहा कि बिना एनडीए सरकार के उनलोगों का कल्याण नहीं होनेवाला है. उनके विकास में बाधा पहुंचानेवाली सरकार को उसका सबक मिलना चाहिए.Aरामविलास ने कहा कि सौ लंगड़ा मिल कर एक पहलवान नहीं हो सकता. प्रोन्नति में आरक्षण मिलने के मामला को संसद से कानून बनने नहीं दिया.
बाइस जाति में से पासवान को अलग कर दिया. इसलिए अगला विधानसभा चुनाव में किसी तरह की गलती नहीं करते हुए भारी बहुमत से एनडीए सरकार को जीत दिलाना है. मोकामा बाइपास से लगभग आठ से दस किलोमीटर की दूरी पर बाबा चौहरमल के अखाड़े पर जयंती समारोह का उन्होंने उद्घाटन किया.
लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान कई वर्षो से समारोह में शिरकत करते रहे हैं, लेकिन उनके सांसद पुत्र चिराग पासवान के वहां पहुंचने से उपस्थित जन सैलाब उन्हें देखने व सुनने के लिए उमड़ पड़ा. सबकी नजरें उन्हें ढूंढ रही थीं. हालांकि, समारोह में उनके पहुंचने की जानकारी मिलने के साथ ही पटना के बाद सड़क पर उनके स्वागत के लिए फूल-माला लेकर लोग खड़े दिखायी दिये. समारोह स्थल पर बाबा चौहरमल के मंदिर में पूजा -अर्चना की. इसके बाद आयोजन समिति की ओर से उनलोगों को पगड़ी व तलवार भेंट किया गया.
चौहरमल का बनेगा मंदिर
उन्होंने कहा के बाबा चौहरमल का विशाल मंदिर बनेगा. इसके लिए पैसा भी है. एक बढ़िया कमेटी बना कर निर्णय लिया जाये.
कसनी होगी कमर : चिराग
युवाओं के चहेता बने चिराग पासवान ने अगले विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस कर तैयार रहने के लिए कहा. एनडीए की एक-एक सीट को जिताने के लिए उन्हें एकजुट होना होगा. उन्होंने कहा कि बाबा चौहरमल के साथ समाज के लोगों के आशीर्वाद से वे सांसद बने हैं.
उनके दुख-सुख में वे सदा साथ रहेंगे. उन्होंने नीतीश सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि युवाओं के लिए सरकार ने क्या किया. आज भी बड़ी संख्या में युवा बाहर जा रहे हैं. समारोह में पूर्व सांसद सूरजभान सिंह, डॉ सत्यानंद शर्मा, अनिल कुमार साधु, मृणाल, ललन चंद्रवंशी, उपेंद्र यादव, मो कमाल परवेज सहित बड़ी संख्या में पार्टी के नेता उपस्थित थे.
विलय से कोई फर्क नहीं
केंद्रीय मंत्री रामविलास ने कहा कि नीतीश कुमार के साथ लालू प्रसाद के मिलने से कोई फर्क नहीं पड़ता है. सौ लंगड़ा मिल कर एक पहलवान नहीं हो सकता है. सत्ता संभालने के बाद लालू प्रसाद को अपशब्द कहनेवाले नीतीश कुमार उनके साथ मिल रहे हैं, लेकिन कोई कितना मिल जाये कोई अंतर नहीं पड़ता है. लालू प्रसाद के साथ समझौता करने के दौरान लोजपा के लोग एक भी सीट पर जीत नहीं हासिल कर सके. लोजपा के लोगों को साजिश के तहत हराने का काम किया गया था. इस बार छह सांसद उनकी पार्टी के हैं. उनकी पार्टी में कोई जात-पांत, धर्म नहीं है. तभी तो हर जात व धर्म के लोग जीत कर आये हैं. अगला विधानसभा चुनाव छह माह बाद होगा. एनडीए 243 में से 190 सीटों पर जीत हासिल करेगी. यह तभी होगा जब आपका साथ मिलेगा. बिहार के विकास के लिए एनडीए सरकार को बनाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि ‘दिल्ली में सरकार हमारी, बिहार अबकी बारी’ दिखा देना है. पार्टी का वोटर अगिया वेताल है. विधानसभा चुनाव में दिखा देना है. उन्होंने लोगों से एनडीए को वोट देने की हामी भरवायी.