सिपाही बहाली: पहले केंद्रों पर फर्जीवाड़ा, अब दौड़ में सेटिंग
पटना: सिपाही बहाली की पूरी प्रक्रिया सवालों के कटघरे में है. परीक्षा केंद्र से लेकर दौड़ तक सेटिंग करानेवाला गैंग सक्रिय है. परीक्षा के लिए 10 हजार में मुन्ना भाई और दौड़ की बाधा पार करने के लिए 85 हजार में रनर उपलब्ध कराये जा रहे हैं. इसका खुलासा दौड़ में पकड़े गये सिपाही अभ्यर्थियों […]
पटना: सिपाही बहाली की पूरी प्रक्रिया सवालों के कटघरे में है. परीक्षा केंद्र से लेकर दौड़ तक सेटिंग करानेवाला गैंग सक्रिय है. परीक्षा के लिए 10 हजार में मुन्ना भाई और दौड़ की बाधा पार करने के लिए 85 हजार में रनर उपलब्ध कराये जा रहे हैं. इसका खुलासा दौड़ में पकड़े गये सिपाही अभ्यर्थियों से की गयी पूछताछ से हुआ है.
अब तक दौड़ की परीक्षा के दौरान गिरफ्तार सात अभ्यर्थियों में से दो ऐसे हैं, जो पटना हाइस्कूल के बाहर खड़े रहते थे और पैसा लेकर रनर उपलब्ध कराते थे. पुलिस अब उनकी निशानदेही पूरे बिहार में सिपाही बहाली में हुए फर्जीवाड़े की पोल खोलेगी.
दरअसल वर्ष 2014 में सिपाही के 12900 पदों के लिए बहाली निकाली गयी थी. इसमें सूबे से एक लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन दिये थे और वे लिखित परीक्षा में शामिल हुए. परीक्षा में करीब 53 हजार परीक्षार्थी सफल हुए, जिनमें से करीब 15 हजार महिला अभ्यर्थी शामिल रहीं. परीक्षा परिणाम को देखने के बाद चयन समिति को आभास हो गया कि परीक्षा में धांधली हुई है. इस पर यह फैसला लिया गया कि दौड़ परीक्षा से पहले अभ्यर्थियों तथा उनके प्रमाणपत्रों की स्क्रीनिंग की जायेगी. मार्च में कंकड़बाग के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में स्क्रीनिंग शुरू हुई. यहां हस्ताक्षर, फिंगर प्रिंट का मिलान कराया गया तो फर्जीवाड़े की पोल खुलती चली गयी. खास बात यह रही कि स्क्रीनिंग के दौरान हर दिन फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गये. इस तरह करीब 1700 अभ्यर्थियों को पकड़ा गया.
दौड़ परीक्षा में भी आये मामले
पटना हाइस्कूल ग्राउंड में चल रहे सिपाही बहाली की दौड़ परीक्षा में एक बार फिर फिंगर प्रिंट की मिलान प्रक्रिया को आजमाया गया है. स्केनिंग में फिंगर प्रिंट लिये जाने के बाद दोबारा दौड़ परीक्षा में भी फिंगर प्रिंट लिये जा रहे हैं. यही एकमात्र जरिया है, जिससे फर्जी रनर पकड़े जा सकते हैं. इसमें चयन समिति को सफलता मिली. कंकड़बाग में चल रही स्क्रीनिंग में जहां 1700 अभ्यर्थी पकड़े गये, वहीं दौड़ परीक्षा में सात लोग पकड़े गये हैं. सात में से दो ऐसे हैं, जो रनर उपलब्ध कराते थे.
ऐसे पकड़े गये गैंग के सदस्य
दौड़ परीक्षा में चार सिपाही अभ्यर्थियों के पकड़े जाने के बाद जब उनसे पूछताछ हुई तो उन्होंने बताया स्कूल के बाहर उनके लोग खड़े हैं, जो पैसा लेकर रनर के रूप में उन्हें भेजे थे. इस पर पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया. उनके पास से ढेर सारे दस्तावेज व मुहर सहित अन्य कागजात बरामद हुए. पुलिस अब उनसे पूछताछ कर रही है. उनकी निशान देही पर पूरे गैंग को पकड़े जाने की तैयारी है, जो सिपाही बहाली की पूरी प्रक्रिया में धांधली करा रहा है.