महारैली में लोगों को आने से रोका गया : उपेंद्र
पटना: रालोसपा नेताओं ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया कि महारैली में आनेवाले लोगों को रोकने का प्रयास किया गया. लोग परेशानी की वजह से नहीं पहुंचे इसके लिए रैली के वाहन को शहर के बाहर रोक दिया गया. इससे लोगों को रैली में पहुंचने में परेशानी हुई. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने […]
पटना: रालोसपा नेताओं ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया कि महारैली में आनेवाले लोगों को रोकने का प्रयास किया गया. लोग परेशानी की वजह से नहीं पहुंचे इसके लिए रैली के वाहन को शहर के बाहर रोक दिया गया. इससे लोगों को रैली में पहुंचने में परेशानी हुई. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस की तरह काम नहीं करते तो लोगों को गांधी मैदान पहुंचने में परेशानी होती. पहली बार लगता है कि केंद्रीय राज्य मंत्री को ट्रैफिक व्यवस्था करना पड़ा. महात्मा गांधी सेतु पर 45 मिनट पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अरुण कुमार व कार्यकर्ताओं के साथ रह कर व्यवस्था करना पड़ा.
उन्होंने कहा कि पार्टी के लोगों को आश्चर्य लग रहा होगा, लेकिन वे इसे अस्वाभाविक नहीं मानते हैं. यह तो होना था. उन्होंने रैली में आ कर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टोलरेंस की बात करनेवाले नीतीश कुमार अगर चारा घोटाला से बने इमारत को जब्त कर स्कूल व अस्पताल खोलने का काम करें तभी जनता समङोगी कि नीयत ठीक है. प्रदेश अध्यक्ष डॉ अरुण कुमार ने विपरीत परिस्थिति के बावजूद आने पर स्वागत किया.
उन्होंने कहा कि नये बिहार के निर्माण के लिए बिहार सरकार को समाप्त करने का संकल्प लेना है. खेत-खलिहान व शिक्षा के बिना विकास बेईमानी है. विधान पार्षद संजीव श्याम सिंह ने कहा कि किसान -नौजवान की चेहरे पर खुशहाली नहीं तब तक विकास नहीं होगा. राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शंकर झा आजाद ने कहा कि कोसी क्षेत्र से वे आते हैं. किसानों के दर्द को समझते हैं. उन्होंने कहा कि वाहन को रास्ते में रोक दिया गया.
पैदल पहुंचे गांधी मैदान
महारैली में आनेवाले लोगों के वाहन शहर के बाहर रोक दिया गया था. इससे लोगों को पैदल गांधी मैदान पहुंचना पड़ा. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के भाषण के दौरान तक लोग आते रहे.
मौसम ने दिया साथ
महारैली में आनेवाले लोग गरमी से परेशान थे. गांधी मैदान में पंडाल की व्यवस्था की गयी थी, लेकिन वह छोटा पड़ गया था. बड़ी संख्या में लोग पंडाल के बाहर खड़े थे. लोगों के धूप में खड़ा रहने से परेशानी दिख रही थी. ऐसे में अचानक मौसम के बदलाव से लोगों को राहत मिली. आकाश में बादल घिरने व हवा चलने से सुकून मिला. महारैली में पार्टी के प्रो. अभयानंद सुमन, मनोज लाल दास मनु, शंभुनाथ सिंह, रविशंकर, माया श्रीवास्तव, कंचन चौधरी, अनिल यादव, शशि कुमार झा, जे.एन.त्रिवेदी, विज्ञान स्वरूप सिंह, नागेश्वर सिंह स्वराज सहित कई नेता व्यवस्था में लगे रहे.
पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था गांधी मैदान
रालोसपा की रैली को लेकर गांधी मैदान के इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात थे. सीसीटीवी कैमरों की मदद से नजर रखी जा रही थी. पुलिस के वरीय अधिकारी इसकी खुद मॉनीटरिंग कर रहे थे. बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी में हुए बम विस्फोट की घटना के बाद पुलिस रैली की सुरक्षा को लेकर काफी सतर्क थी. इसके कारण हर चौक-चौराहे पर शनिवार की रात से पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी थी. रैली में भाग लेने पहुंचे किसी भी वाहन को गांधी मैदान की ओर नहीं जाने दिया गया. इससे शहर में कहीं जाम की स्थिति नहीं हुई.