पटना/बिहारशरीफ/एकंगरसराय: एटीएस की टीम ने नालंदा जिले के तेल्हाड़ा थाने के रानी खुर्द गांव से बहादुपुर हाउसिंग कॉलोनी ब्लास्ट का मास्टरमाइंड कुंदन के गुर्गे धीरेंद्र उर्फ छोटू को गिरफ्तार किया है. टीम ने उसके घर से 11 कारतूस, एक खोखा, तीन मोबाइल व तीन सिम भी बरामद किये हैं.
उसने कारतूसों को मचान में छुपा कर रखा था. इस संबंध में तेल्हाड़ा थाने में आर्म्स एक्ट का एक मामला छोटू के खिलाफ दर्ज किया गया है. वहीं नालंदा पुलिस व एटीएस की टीम ने छापेमारी कर ब्लास्ट के मामले में जितेंद्र, अजीत व संतोष को पकड़ा है. इन तीनों से अभी पूछताछ की जा रही है.
ये भी कुंदन से जुड़े थे, लेकिन जांच में फिलहाल इनकी संलिप्तता सामने नहीं आयी है. पुलिस ने जिस छोटू को पकड़ा है, वह कुंदन से जुड़ा है, लेकिन यह वह छोटू नहीं है, जिसने बम लाकर कुंदन को दिया था. कुंदन से जब पकड़े गये छोटू की पहचान करायी गयी, तो उसने बताया कि दूसरे छोटू ने उसे बम दिया था. एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि जिस छोटू की तलाश है, वह अभी नहीं पकड़ा गया है, लेकिन जिस छोटू को पकड़ा गया है, उसे भी पटना पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी.
छोटू को रिमांड पर लेगी पटना पुलिस
कारतूस बरामद होने के मामले में धीरेंद्र उर्फ छोटू को नालंदा पुलिस ने जेल भेज दिया. पटना पुलिस अब धीरेंद्र उर्फ छोटू को रिमांड पर लेगी, ताकि उससे बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी बम ब्लास्ट के संबंध में पूछताछ की जा सके. पुलिस सभी सिम की सीडीआर निकलवाने की तैयारी में जुट गयी है.
एकंगरसराय थाने में हुई लंबी पूछताछ
गिरफ्तारी के बाद एटीएस की टीम व पटना पुलिस ने छोटू सहित चारों युवकों से ब्लास्ट के सिलसिले में लंबी पूछताछ की. जांच टीम उन सबों से यह जानने में जुटी रही कि बम ब्लास्ट की इस घटना में मौका-ए-वारदात पर कौन-कौन मौजूद थे.
दोस्त से कुंदन ने लिया था डेढ़ लाख
एटीएस की टीम को कुंदन के संबंध में कई अहम जानकारी हाथ लगी है. कुंदन ने इसी वर्ष जनवरी माह में अपने एक मित्र संतोष से 1.5 लाख रुपये इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए कर्ज के तौर पर लिये थे. संतोष ने उससे एक बांड भी भरवाया था. बांड की कॉपी एटीएस के हाथ लग गयी है. जांच टीम अधिकारी यह मान कर चल रहे हैं कि कुंदन ने यह रुपये एक्सप्लोसिव खरीदने के लिए लिये थे. इस संबंध में संतोष से भी पूछताछ की गयी है.
कई गैरकानूनी धंधों में लिप्त था कुंदन
एटीएस को कुंदन के संबंध में जो दूसरी जानकारी हाथ लगी है, वह और चौंकाने वाली है. उसने गौरव नामक एक युवक को दरभंगा मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने के एवज में भी मोटी उगाही की थी. हालांकि दरभंगा मेडिकल कॉलेज में गौरव का दाखिला नहीं हो सका. इसके अलावा कुंदन चोरी की गाड़ी को बेचने, प्रतियोगिता परीक्षा में स्कॉलर का जुगाड़ कर दूसरे के बदले परीक्षा में बैठाने सहित कई तरह के दूसरे गैरकानूनी कार्य में लिप्त था.
सोनू की गिरफ्तारी से होगा खुलासा
बम ब्लास्ट की एक मजबूत कड़ी सोनू नामक युवक पर आ कर ठहर गयी है. एटीएस सोनू के संबंध में सिर्फ इतना ही जानती है कि वह भी हिलसा अनुमंडल का ही रहनेवाला है. सोनू का घर कहां है, उसके पिता का क्या नाम है, इसकी जानकारी किसी जांच एजेंसी के पास नहीं है. सोनू के संबंध में बताया जाता है कि बम ब्लास्ट के दिन वह घटनास्थल पर मौजूद था. इस बम ब्लास्ट में वह गंभीर रूप से घायल भी हुआ था. ऐसी जानकारी कुंदन ने ही जांच एजेंसियों को पूछताछ के दौरान दी थी. कयास लगाये जा रहे हैं कि सोनू बिहार छोड़ कर कहीं और शरण लिये हुए हैं.