बरसात से पहले स्टेट हाइवे 106 होगा बेहतर

पटना: पटना-बख्तियारपुर स्टेट हाइवे का कायाकल्प होगा. सड़क में गड्ढे नहीं दिखेंगे. पथ निर्माण विभाग ने सड़क के निर्माण का निर्णय लिया है. बरसात से पहले सड़क को बेहतर बनाया जायेगा. विभाग ने इसके लिए एस्टीमेट तैयार करा कर प्रशासनिक स्वीकृति ले ली है. सरकार का बजट पास होने के बाद विभाग द्वारा तैयार योजना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 10, 2015 6:28 AM

पटना: पटना-बख्तियारपुर स्टेट हाइवे का कायाकल्प होगा. सड़क में गड्ढे नहीं दिखेंगे. पथ निर्माण विभाग ने सड़क के निर्माण का निर्णय लिया है. बरसात से पहले सड़क को बेहतर बनाया जायेगा. विभाग ने इसके लिए एस्टीमेट तैयार करा कर प्रशासनिक स्वीकृति ले ली है. सरकार का बजट पास होने के बाद विभाग द्वारा तैयार योजना मद से सड़क के निर्माण पर राशि खर्च होगा. दीदारगंज से बख्तियारपुर के बीच बेहतर सड़क निर्माण में लगभग 70 करोड़ खर्च होने का अनुमान है.

सड़क के क्षतिग्रस्त होने से वाहनों के आवागमन में परेशानी हो रही है. सड़क में जगह-जगह गड्ढे होने से अक्सर वाहनों के खासकर मालवाहक वाहन के गुल्ले टूटने से यातायात बाधित होता है. इससे जाम की समस्या होती है. सबसे अधिक परेशानी बारिश होने पर होता है. गड्ढे में पानी जमा होने से वाहन चालक को अंदाजा नहीं होता है. गड्ढे में वाहन के फंसने की वजह से जाम लगता है. ऐसे भी महात्मा गांधी सेतु से जीरो माइल होते हुए इस सड़क पर जाम की समस्या अक्सर बनी रहती है.

केंद्र ने राज्य सरकार को सड़क की वापस

पटना से बख्तियारपुर के बीच यह सड़क पहले एन.एच.-30 का हिस्सा रही. सड़क, परिवहन व राजमार्ग मंत्रलय ने इस सड़क को बिहार सरकार को वापस कर दिया. केंद्र से वापस किये जाने के बाद पथ निर्माण विभाग ने इस सड़क को स्टेट हाइवे -106 घोषित किया. पटना-बख्तियारपुर के बीच एनएचएआइ द्वारा फोर लेन का निर्माण किये जाने से केंद्र ने राज्य सरकार को वापस किया. केंद्र से सड़क मिलने के बाद सड़क की

देखभाल करने की जिम्मेवारी बिहार सरकार की है.

70 करोड़ खर्च का अनुमान

पटना से बख्तियारपुर के बीच लगभग चालीस किलोमीटर सड़क के बेहतर निर्माण पर लगभग 70 करोड़ खर्च होने का अनुमान है. यह सारा काम इस वित्तीय वर्ष के लिए तैयार बजट से होना है. आधिकारिक सूत्र ने बताया कि एस्टीमेट तैयार हो गया है. काम की स्वीकृति भी मिल गयी है. अब सड़क निर्माण के लिए एक-दो माह बाद टेंडर की प्रक्रिया शुरू होगी.

Next Article

Exit mobile version