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‘मॉडल शिक्षिका ’ करेंगी मॉनीटरिंग

मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना के तहत किया जायेगा चयन अनुपम कुमारी पटना : द्यालय में नौवीं से बारहवीं की कितनी छात्रएं हैं? उनके लिए कौन-कौन सी योजनाएं हैं. क्या वे इन योजनाओं का लाभ ले पा रही हैं. सभी बात की जानकारी ‘मॉडल शिक्षिका’ के पास होगी, जो छात्राओं के विकास के लिए संचालित योजनाओं […]

मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना के तहत किया जायेगा चयन
अनुपम कुमारी
पटना : द्यालय में नौवीं से बारहवीं की कितनी छात्रएं हैं? उनके लिए कौन-कौन सी योजनाएं हैं. क्या वे इन योजनाओं का लाभ ले पा रही हैं. सभी बात की जानकारी ‘मॉडल शिक्षिका’ के पास होगी, जो छात्राओं के विकास के लिए संचालित योजनाओं का संचालन करने के साथ-साथ उनकी मॉनीटरिंग भी करेंगी. बिहार माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत जिले के हाइस्कूलों में मॉडल शिक्षिका का चयन किया जाना है.
इसके लिए जिले के सभी हाइस्कूलों के प्राचार्य को पत्र लिखा गया है. शिक्षिकाओं के चयन का आधार बेहतर परफॉरमेंस होगा. स्कूल की सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक गतिविधियों में बेहतर करनेवाली शिक्षिकाओं को प्रमुखता दी जायेगी.
ये शिक्षिकाएं अपने विद्यालय की देख-रेख करने के अलावा बेहतर संचालन में अपना योगदान देती रही हो या फिर छात्राओं की पसंदीदा शिक्षिका रही हो.स्कूल में पढ़नेवाली सभी छात्रएं अब अपनी बात मॉडल शिक्षिका सेकर सकेंगी. इसके लिए उन्हेंप्राचार्य कक्ष में जाने की जरूरत नहीं होगी. यदि उन्हें क्लास में कोईपरेशानी हो, तो वे ऐसी बात मॉडल शिक्षिका से कर सकेंगी. शिक्षिका के पास स्कूल में पढ़नेवाली छात्राओं की सूची होगी. स्वास्थ्य जांच से लेकर आयरन की गोली और सेनिटरी
नैपकीन मुहैया कराने की जिम्मेवारी शिक्षिकाओं की होगी.
विभाग से होगा सीधा संपर्क
छात्राओं का विकास हो रहा है या नहीं. योजनाओं के संचालन में किस तरह की समस्या आ रही है. इसमें कैसे सुधार लाया जा सकता है. इसकी जानकारी विभाग को भी शिक्षिका के माध्यम से मिलेगी. विभाग सीधे शिक्षिकाओं से संपर्क कर योजनाओं की रिपोर्ट ले सकेगा. इसके लिए अब उन्हें स्कूल के प्राचार्य से डिटेल नहीं मांगनी होगी. वे अपनी कार्यो की मंथली रिपोर्ट जिला कार्यालय व विभाग को देंगी.
जल्द ही स्कूलों में मॉडल शिक्षिका का चयन किया जायेगा. इससे स्कूल स्तर पर छात्राओं का संपूर्ण विकास हो सकेगा.
डॉ अशोक कुमार, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी
राशि खर्च करने का गुर जानेंगे प्राचार्य-शिक्षक
पटना : स्कूल के प्राचार्य व शिक्षकों को विकास मद में मिलने वाली राशि खर्च करने का गुर बताया जायेगा. इसके लिए विद्यालय प्रबंधन समिति बनी है, जो स्कूल स्तर पर शिक्षक व प्राचार्य को ट्रेंड करेगी. बिहार माध्यमिक शिक्षा परिषद एसएमडीसी (स्कूल मैनेजमेंट डेवलमेंट कमेटी) कार्यक्रम का संचालन कर रहा है. इसकी जिम्मेदारी प्रबंधन समिति को दी गयी है. जिला व ब्लॉक पदाधिकारी सदस्य हैं. विद्यालय के प्राचार्य,शिक्षक व अकाउंटेंट को ट्रेंड किया जायेगा. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार ने बताया कि 245 उच्च विद्यालयों में एसएमडीसी के तहत माह के अंत तक प्रखंड स्तर पर ट्रेनिंग दी जानी है.

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