सामाजिक उत्थान के लिए शिक्षा के साथ सम्यता और संस्कृति भी जरूरी

पटना. सामाजिक उत्थान के लिए शिक्षा के साथ सभ्यता व संस्कृति भी जरूरी है. वर्तमान परिवेश में बिना इन्हें अपनाये समाज को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है. प्रेम की धारा से सभी लोगों को जोड़ कर ही सामाजिक गतिविधि आगे बढ़ायी जा सकती है. ये बातें शनिवार को खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 11, 2015 10:04 PM

पटना. सामाजिक उत्थान के लिए शिक्षा के साथ सभ्यता व संस्कृति भी जरूरी है. वर्तमान परिवेश में बिना इन्हें अपनाये समाज को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है. प्रेम की धारा से सभी लोगों को जोड़ कर ही सामाजिक गतिविधि आगे बढ़ायी जा सकती है. ये बातें शनिवार को खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक ने दारोगा राय पथ स्थित ज्योतिराव फूले स्मारक समिति में समाज सुधारक ज्योतिराव फूले के 188वें जन्म दिवस पर आयोजित समारोह में कही. इसके बाद उन्होंने श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित राजकीय समारोह को भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा बेहद जरूरी है. इसके लिए सभी को पहल करनी चाहिए. ज्योतिराव फूले ने भी अपनी पत्नी सावित्री बाई फूले को शिक्षित करके समाज को यह संदेश दिया कि अगर महिला शिक्षित हो हो जाये, तो पूरा परिवार शिक्षित हो सकता है. समाज के सबसे निचले पायदान पर मौजूद व्यक्ति का उत्थान शिक्षा के जरिये किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि फूले दंपति के आदर्शों पर चल कर ही समाज को पूरी तरह से शिक्षित बनाने का संकल्प राज्य सरकार ने लिया है. ज्योतिराव फूले समाज में मौजूद जातिवाद के खिलाफ थे. सामाजिक न्याय के सच्चे प्रहरी थे.

Next Article

Exit mobile version