सार्वजनिक क्षेत्र की जेनरल इंश्योरेंस कंपनियों को किया जाये मर्जर : श्रीकांत मिश्रा
पटना. बिहार-झारखंड स्टेट जेनरल इंश्योरेंस इंप्लाइज एसोसिएशन के दो दिवसीय 17वें द्विवार्षिक सम्मेलन का समापन शनिवार को हुआ. एआइआइइए के संयुक्त सचिव श्रीकांत मिश्रा ने सार्वजनिक क्षेत्र की जेनरल इंश्योरेंस कंपनियों के विलय की मांग की. उन्होंने कहा कि 1999 में साधारण बीमा व्यवसाय को निजी क्षेत्र के लिए खोल देने के बाद 22 निजी […]
पटना. बिहार-झारखंड स्टेट जेनरल इंश्योरेंस इंप्लाइज एसोसिएशन के दो दिवसीय 17वें द्विवार्षिक सम्मेलन का समापन शनिवार को हुआ. एआइआइइए के संयुक्त सचिव श्रीकांत मिश्रा ने सार्वजनिक क्षेत्र की जेनरल इंश्योरेंस कंपनियों के विलय की मांग की. उन्होंने कहा कि 1999 में साधारण बीमा व्यवसाय को निजी क्षेत्र के लिए खोल देने के बाद 22 निजी साधारण बीमा कंपनियां कार्य कर रही हैं. ऐसे में चारों सार्वजनिक साधारण बीमा कंपनियों को इन निजी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्द्धा करने के अलावा अपने बीच में भी प्रतिस्पर्द्धा करना पड़ता है. यह संसाधनों की बरबादी है. ज्वाइंट सेक्रेटरी केवीवीएसएन राजू ने कहा कि सरकार को इसे रोकना चाहिए. इसके अलावा इन चारों कंपनियों की समेकित परिसंपत्ति का परिमाण 1,29,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है. स्वाभाविक है कि इनके विलय के बाद एक निगम बना देने पर नये निगम की जोखिम धारण क्षमता में इजाफा हो जायेगा. इसके बाद आम जनता को और भी बेहतर सेवा प्रदान किया जायेगा. मौके पर एनके चौधरी, बी प्रसाद, संजय झा आदि मौजूद थे.