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नाबालिग की अपहरण के आठ दिन बाद हत्या

पटना: अपहरण के आठ दिन बाद नाबालिग गोलू का शव मिला है. मीठापुर बस स्टैंड के पीछे बिजली ग्रिड की चहारदीवारी के पास वह मरा पड़ा था. कमर से ऊपर का हिस्सा पूरी तरह से सड़ चुका है. रविवार को तेज दरुगध के कारण ही लोग जब चहारदीवारी की तरफ गये, तो वहां शव देखा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2015 6:43 AM
पटना: अपहरण के आठ दिन बाद नाबालिग गोलू का शव मिला है. मीठापुर बस स्टैंड के पीछे बिजली ग्रिड की चहारदीवारी के पास वह मरा पड़ा था. कमर से ऊपर का हिस्सा पूरी तरह से सड़ चुका है. रविवार को तेज दरुगध के कारण ही लोग जब चहारदीवारी की तरफ गये, तो वहां शव देखा गया. लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी.

बाद में उसकी शिनाख्त गोलू के रूप में हुई. परिजनों ने इस मामले में अपहरण कर हत्या किये जाने का आरोप लगाया है. एक व्यक्ति पर शक जाहिर किया गया है, जिसका पुलिस सत्यापन कर रही है.

नालंदा जिले के चंद्र बिगहा के मूल निवासी डोमन मिस्त्री पटना में कंकड़बाग थाना क्षेत्र के अशोक नगर में भाड़े के मकान में रहते हैं. वह बढ़ई का काम करते हैं. उनका बेटा गोलू पिछले पांच अप्रैल को घर से निकला था. तभी से वह घर नहीं लौटा. काफी खोजबीन के बाद उसके पिता ने कंकड़बाग थाने में कांड संख्या 229/15 के तहत अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. तभी से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी.
कॉपी-किताब से हुई लड़के की पहचान
लावारिस हालत में मिले शव की पहचान तब हुई, जब उसके बैग से किताब व कॉपी निकाली गयी. उस पर लिखे नाम के आधार पर उसके घरवालों को सूचना दी गयी. सूत्रों के अनुसार जिस दिन वह गायब हुआ है, उसी दिन उसकी हत्या किये जाने की आशंका है. जिस तरह से शव से दरुगध आ रही थी, उससे यह स्पष्ट है कि उसकी मौत पहले ही हो चुकी थी.

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