पिता पर आठ वर्षों से यौनशोषण का किशोरी ने लगाया आरोप
– महिला थाने ने नहीं किया एफआइआर, पुलिस ने पीटा भी- महिला आयोग से पीडि़ता ने लगायी इंसाफ की गुहारसंवाददाता, पटनापिता के शोषण से तंग पीडि़ता ने जब थाने में शिकायत क ी, तो उसे न्याय के बदले पुलिस की पिटाई मिली. ऐसे में न्याय के लिए भटक रही युवती महिला आयोग के शरण में […]
– महिला थाने ने नहीं किया एफआइआर, पुलिस ने पीटा भी- महिला आयोग से पीडि़ता ने लगायी इंसाफ की गुहारसंवाददाता, पटनापिता के शोषण से तंग पीडि़ता ने जब थाने में शिकायत क ी, तो उसे न्याय के बदले पुलिस की पिटाई मिली. ऐसे में न्याय के लिए भटक रही युवती महिला आयोग के शरण में पहुंची है. बिहार राज्य महिला आयोग में दर्ज एक मामले में पीडि़ता ने जब अपने पिता द्वारा यौनशोषण की आपबीती सुनायी, तो सदस्या भी सहम गयीं. उसने बताया कि उसके पिता बहादुर राम शेखपुरा में डीपीओ के पद पर कार्यरत हैं. वह पिछले आठ सालों से यौनशोषण की शिकार हो रही है. इससे तंग आकर जब महिला थाने में शिकायत दर्ज कराने गयी, तो उससे थाने में पैसे की मांग की गयी. पैसे देने से इनकार करने पर केस दर्ज करने से मना कर दिया गया. यहां तक कि उसे मोबाइल में रिकॉर्डिंग करने के नाम पर पिटाई की गयी. इससे तंग अब महिला आयोग की शरण में आयी हूं.आयोग की सदस्या रीना कुमारी ने बताया कि पीडि़ता बहुत परेशान है. वह कैमूर जिले में अंगरेजी विषय की शिक्षिका है. उसने बताया कि उसकी मां की मृत्यु के बाद उसके पिता ने दूसरी शादी कर ली थी. बचपन से उसके साथ यौनशोषण किया गया है. यहां तक कि उसका कई बार गर्भपात भी कराया गया है. पीडि़ता को न्याय मिल सके, इसके लिए एसएसपी को विशेष रूप से पत्र लिखा गया है. साथ ही एसएसपी से 20 तक पीडि़ता के मामले की जांच रिपोर्ट मांगी गयी है. पीडि़ता के मामले में आयोग स्तर से छानबीन की जा रही है. इसके लिए पीडि़ता व उसके पिता को 20 अप्रैल को आयोग में बुलाया गया है. दोनों पक्षों से बातचीत की जायेगी.